अफगानिस्तान में हाल ही में आए विनाशकारी भूकंप के बाद वहां की स्थिति बेहद खराब हो गई है। ऐसे कठिन समय में भारत एक बार फिर अफगानिस्तान के लोगों की मदद के लिए आगे आया है। भारत ने सोमवार को लगभग 16 टन मानवीय राहत सामग्री अफगानिस्तान भेजी है, जिसमें दवाइयां और डायग्नोस्टिक किट शामिल हैं।
इस बीच भारत के विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर ने अफगान विदेश मंत्री मौलवी अमीर खान मुत्ताकी से फोन पर बातचीत की और भूकंप से प्रभावित बल्ख, समांगन और बघलान प्रांतों में हुए भारी जानमाल के नुकसान पर गहरी संवेदना व्यक्त की।
सोशल मीडिया पर दी जानकारी, जल्द पहुंचेगी दवाओं की नई खेप
डॉ. जयशंकर ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म ‘X’ (पूर्व में ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए बताया कि भारत की ओर से राहत सामग्री अफगानिस्तान पहुंचा दी गई है। उन्होंने कहा कि “भूकंप से प्रभावित अफगान नागरिकों के लिए भारत की मानवीय सहायता आज सौंप दी गई है। जल्द ही दवाओं की एक और खेप अफगानिस्तान भेजी जाएगी।”
जयशंकर ने यह भी बताया कि उनकी पिछली यात्रा के बाद भारत और अफगानिस्तान के बीच रिश्ते और मज़बूत हुए हैं। उन्होंने दोनों देशों के बीच लोगों के आपसी संबंधों और विचारों के आदान-प्रदान की भी सराहना की।
वेक्टर जनित रोगों के लिए भेजी गई विशेष दवाएं
विदेश मंत्रालय के अनुसार, भारत ने अफगानिस्तान के जन स्वास्थ्य मंत्रालय को 16 टन दवाइयां और डायग्नोस्टिक किट सौंपी हैं। यह सहायता विशेष रूप से वेक्टर जनित रोगों यानी संक्रमण से फैलने वाली बीमारियों से निपटने के लिए भेजी गई है। इससे अफगानिस्तान के स्वास्थ्य क्षेत्र को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
Called FM Mawlawi Amir Khan Muttaqi of Afghanistan this afternoon to convey condolences at the loss of lives in the earthquake that struck Balkh, Samangan and Baghlan provinces.
Indian relief material for the earthquake impacted communities is being handed over today. Further…
— Dr. S. Jaishankar (@DrSJaishankar) November 3, 2025
भारत की लगातार मदद से अफगान को मिल रही राहत
यह पहली बार नहीं है जब भारत ने अफगानिस्तान की मदद की हो।
अक्टूबर में भारत ने वहां राहत सामग्री की एक बड़ी खेप भेजी थी, जिसमें वॉटर प्यूरीफायर, प्रोटीन पाउडर, टिन की चादरें, स्लीपिंग बैग, स्वच्छता किट, जल भंडारण टैंक, जनरेटर सेट, टेंट, कंबल और आवश्यक दवाइयां शामिल थीं।
सितंबर की शुरुआत में भी भारत ने 21 टन राहत सामग्री हवाई मार्ग से भेजी थी, जिसमें चिकित्सा किट, टेंट, कंबल और बिजली जनरेटर शामिल थे।
भारत का कहना है कि यह सहायता अफगान जनता के प्रति उसकी मानवीय प्रतिबद्धता का प्रतीक है।
अफगानिस्तान-पाकिस्तान के बीच तनाव के बीच भारत की मदद से बढ़ी नाराज़गी
उधर, अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच इस समय सीमा विवाद और आतंकी गतिविधियों को लेकर तनाव बना हुआ है। इस स्थिति में भारत की ओर से अफगानिस्तान को दी जा रही लगातार मदद से पाकिस्तान में नाराज़गी देखी जा रही है।
भारत ने इस पर स्पष्ट कहा है कि जो देश मित्र हैं, उन्हें कठिन समय में अकेला नहीं छोड़ा जाता। भारत अफगानिस्तान की जनता के साथ है और उसकी मदद आगे भी जारी रहेगी।














