गुवाहाटी, 8 अक्टूबर — असमिया गायक जुबिन गर्ग की मौत की जांच में आज एक अहम विकास हुआ: सीआईडी/एसआईटी टीम ने जुबिन के चचेरे भाई और असम पुलिस सेवा (APS) अधिकारी संदीपन (Sandipan) गर्ग को गिरफ्तार कर लिया। जानकारी के अनुसार संदीपन उसी समय जुबिन के साथ थे जब घटना हुई थी और वे पहले से ही जांच में सवालों के जवाब देते आ रहे थे। यह गिरफ्तारी इस मामले में अब तक की पाँचवीं गिरफ्तारी है।
किस-किस पर मामला और अब तक गिरफ्तार लोग
पुलिस ने अब तक इस मामले में मुख्य कार्यक्रम आयोजक श्यामकानु महंत, जुबिन के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा, उनके बैंडमेट शेखर ज्योति गोस्वामी, सह-गायिका अमृतप्रवा महंत और अब APS अधिकारी संदीपन गर्ग को हिरासत में लिया है। आरोपों में फिलहाल संदेह, लापरवाही और कुछ रिपोर्टों में हत्या/साजिश के मद्देनज़र गम्भीर धाराएँ जोड़ी जा चुकी हैं, और जांच टीम सबूतों का क्रमवार मिलान कर रही है।
SIT/CID की कार्रवाई — क्या कहा गया?
SIT के प्रमुख व विशेष DGP (CID) ने बताया कि संदीपन को आज सुबह सीआईडी कार्यालय में पेश होने के कुछ ही समय बाद गिरफ्तार किया गया। जांच टीम ने घटनास्थल व यात्रा से जुड़े नोट्स, गवाह बयानों और वित्तीय लेन-देन के रिकॉर्ड की भी पड़ताल की है — और इसी परीक्षा के बाद गिरफ्तारी की प्रक्रिया आगे बढ़ाई गई।
राजनीतिक प्रतिक्रियाएँ और सरकारी रुख
मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने स्पष्ट किया है कि इस मामले में किसी को भी भड़काने या सार्वजनिक दंगों को उकसाने की साजिश बरदाश्त नहीं की जाएगी — सरकार उन लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराएगी जो स्थिति भड़काने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने यह भी संकेत दिया कि जिन नेताओं के नाम जांच में सामने आते हैं, उनके खिलाफ भी कार्रवाई होगी; साथ ही कहा गया कि आवश्यक पूछताछ की जाएगी।
वहीँ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गौरव गोगोई ने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया है कि वे जांच को भटका रहे हैं और किसी के राजनीतिक-संबंधों के चलते आयोजक-संबंधियों को बचाने का प्रयास कर रहे हैं। गोगोई ने निवेदन किया है कि जांच निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से हो ताकि हाल की घटनाओं से जुड़े सभी प्रश्नों का संतोषप्रद उत्तर मिल सके।
अगले कदम — क्या अपेक्षित है?
जांच टीम अब घटनाक्रम के हर व्यवहारिक पहलू — यात्रा का क्रम, यॉट/समुद्रीय गतिविधियाँ, उपस्थित लोगों के इंटरैक्शन और वित्तीय/संदेश-मेटाडेटा — की गहन पड़ताल कर रही है। सूत्रों के मुताबिक़ और न्यायिक प्रक्रिया के अनुरूप आगे और गिरफ्तारी/क्वेरीज़ संभव हैं यदि जांच में और प्रमाण मिलते हैं। इसके साथ ही परिवार और प्रशंसक सत्य की मांग कर रहे हैं और स्वतंत्र, तेज़ तथा पारदर्शी जांच की अपील तेज़ हो रही है।
जुबिन गर्ग की मृत्यु की पहेली में आज की गिरफ्तारी एक बड़ा मोड़ है — एक करीबी रिश्तेदार और पुलिस अधिकारी के जुड़ने से मामले की गम्भीरता और भी बढ़ गई है। अब जनता की नज़रें जांच एजेंसियों पर टिकी हैं कि वे कितनी शीघ्रता और पारदर्शिता के साथ सभी सवालों के जवाब दिए जाने को सुनिश्चित करते हैं।