रायबरेली — फतेहपुर के एक युवक हरिओम की कथित रूप से भीड़ द्वारा पीट-पीट कर हत्या को लेकर सियासत गर्म हो गई है। शनिवार को हुई इस दर्दनाक घटना में परिजनों ने आरोप लगाया कि युवक को ड्रोन चोर समझकर भीड़ ने हमला किया, जबकि पुलिस और राजनीतिक पार्टियाँ मामले की नज़र-बंदी और जवाबदेही की मांग कर रही हैं।
कांग्रेस का तीखा हमला
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश सरकार को घेरा और घटना की गंभीर निंदा की। पार्टी नेता सुप्रिया श्रीनेत ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर बताया कि विपक्षी नेता और रायबरेली सांसद राहुल गांधी ने मृतक के पिता व भाई से फ़ोन पर बात कर परिवार को सांत्वना दी तथा उन्हें न्याय दिलाने में पूरा साथ देने का आश्वासन दिया। श्रीनेत ने कहा, “दलितों के साथ यह दरिंदगी किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी।”
नेता विपक्ष @RahulGandhi जी ने रायबरेली में नृशंसता से मारे गए मृतक के पिता और भाई से फ़ोन पर बात की
परिवार को सांत्वना के साथ न्याय की लड़ाई में पूरा साथ देने का वादा भी किया
दलितों के साथ यह दरिंदगी किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं की जाएगी – ‘बाबा के लोग’ यह बात ध्यान से सुन लें
— Supriya Shrinate (@SupriyaShrinate) October 5, 2025
नेताओं के शब्द
कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा ने घटना को हृदयविदारक करार दिया और कहा कि ऐसे घटनाओं का सामान्यीकरण देश के लिए खतरनाक है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने पीड़ित परिवार के साथ एकजुटता जताई और दोषियों को कड़ी सज़ा दिलाने की बात कही।
पुलिस कार्रवाई और गिरफ्तारियाँ
पुलिस ने मामले में अब तक पाँच आरोपियों को गिरफ्तार किया है। रायबरेली के पुलिस अधीक्षक यशवीर सिंह ने पुष्टि की कि घटना के संबंध में जांच जारी है और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही ऊंचाहार थाने के प्रभारी संजय कुमार को लापरवाही के आरोप में स्थानांतरित किया गया है।
The horrific lynching of a Dalit youth in Raebareli is both heartbreaking and enraging.
In his final moments, as he was being mercilessly beaten with sticks and belts, the deceased young man remembered his last hope – Shri Rahul Gandhi.
For Rahul ji, who represents Raebareli…
— Pawan Khera 🇮🇳 (@Pawankhera) October 5, 2025
घटना का संदर्भ — ड्रोन अफवाहें
प्राथमिकी से पता चला है कि घटना से एक दिन पहले दो लोगों — लखनऊ के मोहम्मद जुनैद और सीतापुर के मोहम्मद ओवैश — को बिना अनुमति ड्रोन उड़ाने के आरोप में पकड़ा गया था। पुलिस के अनुसार, वे ड्रोन से वीडियो बना रहे थे, लेकिन उनकी गतिविधियों ने आस-पास के गांवों में अफवाहें फैला दीं कि गिरोह घरों को चिह्नित कर चोरी कर रहे हैं। इस अफवाह के बीच हरिओम, जो कथित तौर पर मानसिक रूप से अस्थिर थे और अपने ससुराल जा रहे थे, को लोगों ने ड्रोन गिरोह का सदस्य समझकर घेर लिया और क्रूरता से पीटा गया — जिससे उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने कहा — अफवाहों पर नज़र थी
एसपी यशवीर सिंह ने कहा कि स्थानीय पुलिस को इलाके में अफवाहें फैलने की जानकारी थी, लेकिन स्थिति को नियंत्रण में रखने में चूक हुई। उन्होंने बताया कि इस मामले में अग्रिम कार्यवाही और जांच की जा रही है ताकि घटना के हर पहलू का पता लगाया जा सके।
मांगें और राजनीतिक दबाव
परिवार और विपक्ष दोनों ने दोषियों को शीघ्र और कड़ी सजा देने की मांग की है। राजनीतिक दलों ने कानून-व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं और प्रशासन से जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ पारदर्शी जांच और त्वरित कार्रवाई की अपेक्षा जताई है।
अभी मुकम्मल जांच बाकी
घटना के वास्तविक कारणों, भीड़ उकसाने वाले सुराग और ड्रोन से जुड़ी अफवाहों की सच्चाई की जांच अभी पूरी नहीं हुई है। पुलिस ने कहा है कि मामले की स्वतंत्र और निष्पक्ष छानबीन जारी रहेगी और परिणाम सार्वजनिक किए जाएंगे।