गाज़ीपुर। गाजीपुर की ऐतिहासिक और अति प्राचीन रामलीला 17 सितंबर 2025, दिन बुधवार से पारंपरिक ढंग से प्रारंभ होगी। सैकड़ों वर्षों से निरंतर आयोजित हो रही इस रामलीला का मंचन गोस्वामी तुलसीदास कृत श्रीरामचरितमानस पर आधारित है। आयोजन स्थल हरिशंकरी में होने वाली इस रामलीला का संचालन इस बार रायबरेली के वन्दे वाणी विनायकों आदर्श श्रीरामलीला मंडल द्वारा किया जाएगा।कमेटी के महामंत्री ओमप्रकाश तिवारी ‘बच्चा’ ने बताया कि 20 दिवसीय चलायमान रामलीला का शुभारंभ 17 सितंबर को शाम 6:30 बजे धनुष-मुकुट पूजन के साथ होगा। परंपरा के अनुसार विधि-विधान से आरंभ होने वाले इस आयोजन में बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं और गणमान्य लोगों के शामिल होने की संभावना है।गाजीपुर की यह रामलीला न केवल धार्मिक आस्था का प्रतीक है, बल्कि सांस्कृतिक विरासत के संरक्षण का भी द्योतक है। प्रत्येक वर्ष यहां की रामलीला में आसपास के जिलों और दूर-दराज़ के क्षेत्रों से लोग बड़ी संख्या में पहुंचते हैं। मंचन के दौरान श्रीरामचरितमानस की विभिन्न लीलाओं का जीवंत चित्रण होता है, जिसे दर्शक अत्यंत श्रद्धा और उत्साह से देखते हैं।सैकड़ों वर्षों से लगातार आयोजित हो रही हरिशंकरी रामलीला आज भी अपनी परंपरागत गरिमा और भव्यता बनाए हुए है। इस बार भी आयोजन को लेकर क्षेत्र में उत्साह का वातावरण है और श्रद्धालु बेसब्री से रामलीला के आरंभ होने का इंतजार कर रहे हैं।