गाजीपुर। राष्ट्रीय राजमार्ग-31 पर वाराणसी-गाजीपुर मार्ग स्थित रसूलपुर बेलवा क्रॉसिंग पर चल रहे विरोध प्रदर्शन ने रविवार को तीसरे दिन और अधिक आक्रामक रूप ले लिया। स्थानीय नागरिकों ने प्रशासन और एनएचएआई के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए संबंधित अधिकारियों का पुतला दहन किया। प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि इस क्रॉसिंग पर नेरो गेज काम की शुरुआत के बाद से यातायात व्यवस्था पूरी तरह चरमरा गई है, जिससे अब तक सैकड़ों छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं और कई लोगों की जान जा चुकी है।
प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे पीजी कॉलेज छात्रसंघ के पूर्व महामंत्री व नगर अध्यक्ष दिनेश सिंह यादव ने चेतावनी दी कि यदि जल्द ही इस समस्या का समाधान नहीं हुआ और यहां ओवरब्रिज या अंडरपास निर्माण की प्रक्रिया शुरू नहीं की गई, तो सोमवार को इसी क्रॉसिंग से शवयात्रा निकालकर प्रशासन के खिलाफ जनआक्रोश व्यक्त किया जाएगा। उन्होंने कहा कि आम जनता रोज़ाना जान जोखिम में डालकर सड़क पार करने को मजबूर है और अधिकारी सिर्फ आश्वासन देकर चुप बैठे हैं।
प्रदर्शनकारी नागरिकों ने कहा कि यह केवल रसूलपुर बेलवा के लोगों की समस्या नहीं है, बल्कि गाजीपुर शहर और आस-पास के हजारों लोगों की जान से जुड़ा मसला है। यहां ओवरब्रिज या अंडरपास के बिना समस्या का स्थायी समाधान संभव नहीं है। यदि प्रशासन जल्द ठोस कदम नहीं उठाता तो आंदोलन को क्रमिक रूप से और भी उग्र किया जाएगा।
प्रदर्शन में शामिल लोगों ने प्रशासन पर उदासीनता का आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार ज्ञापन देने और मांग उठाने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई। मौके पर मौजूद नागरिकों में मिथिलेश कुमार, चंदन कुमार, मंगलदीप, मुमताज अंसारी, इरफ़ान, शंकर चाचा, योगेंद्र चाचा, ओमप्रकाश, बृजन्दन, विनोद, अनिल, विकास, राहुल, रामशीस, अखिलेश, राजू, पिंटू, रामनिवास, उमेश आज़ाद, गोबिंदा, आलोक, विराट, दुर्गेश, कन्हैया, अशोक, अमेरिका, मुकेश, नरेंद्र, अनूप, अमित, धर्मेंद्र, बाला, रामबिलास समेत सैकड़ों लोग शामिल रहे।
लोगों की एक ही मांग है — “हमें सुरक्षा चाहिए, वादे नहीं।” यदि उनकी मांगों पर अमल नहीं हुआ, तो आने वाले दिनों में यह आंदोलन ज़िलेभर में फैल सकता है।














