नई दिल्ली — एनडीए की ओर से सीपी राधाकृष्णन के मैदान में उतरने के बाद अब इंडिया गठबंधन में उपराष्ट्रपति पद के उम्मीदवार को लेकर हलचल तेज हो गई है। सूत्रों के मुताबिक विपक्ष की ओर से तीन नामों पर चर्चा चल रही है, जिनमें से किसी एक पर मुहर लग सकती है। पहला नाम तमिलनाडु के वरिष्ठ वैज्ञानिक एम. अन्नादुरई का है, जबकि दूसरा महाराष्ट्र से और तीसरा आंध्र प्रदेश-तेलंगाना क्षेत्र से जुड़ा हुआ है।
राहुल गांधी और सहयोगियों से होगी अंतिम चर्चा
सूत्र बताते हैं कि अभी तक किसी भी नाम पर अंतिम सहमति नहीं बनी है। उम्मीद है कि आज देर रात कांग्रेस नेता राहुल गांधी और अन्य सहयोगी दलों से चर्चा के बाद विपक्षी उम्मीदवार की घोषणा की जा सकती है। इस बीच गठबंधन के तमाम दलों के बीच सहमति बनाने का प्रयास जारी है।
अन्नादुरई का नाम क्यों खास?
तमिलनाडु से आने वाले एम. अन्नादुरई का नाम इसलिए चर्चा में है क्योंकि अगर विपक्ष उन्हें उम्मीदवार घोषित करता है, तो यह डीएमके के लिए बड़ी सियासी राहत साबित हो सकता है। यह संदेश जाएगा कि डीएमके की सहमति और पहल पर ही अन्नादुरई को मैदान में उतारा गया है।
चूंकि अगले साल तमिलनाडु में विधानसभा चुनाव होने हैं, ऐसे में यह कदम जनता तक यह संदेश पहुंचाने की रणनीति भी हो सकती है कि डीएमके की भूमिका राष्ट्रीय राजनीति में अहम है।
गठबंधन के लिए चुनौती भी कम नहीं
हालांकि उम्मीदवार तय करना इंडिया गठबंधन के लिए आसान नहीं है। कारण यह है कि इसमें दर्जनभर से ज्यादा दल शामिल हैं और सभी को साधना बड़ी चुनौती है। खासतौर से बिहार पर फोकस रहेगा क्योंकि वहां इसी साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। ऐसे में आरजेडी और अन्य दल अपने-अपने उम्मीदवार का नाम आगे बढ़ा सकते हैं, ताकि चुनावी फायदा उठाया जा सके।
एनडीए का दांव – सीपी राधाकृष्णन
वहीं एनडीए ने रविवार को ही महाराष्ट्र के राज्यपाल और वरिष्ठ बीजेपी नेता सीपी राधाकृष्णन को उपराष्ट्रपति पद के लिए अपना उम्मीदवार घोषित कर दिया। संघ से लंबे समय तक जुड़े रहे राधाकृष्णन दो बार सांसद भी रह चुके हैं और कई राज्यों के राज्यपाल पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं। एनडीए के लगभग सभी सहयोगी दल उनकी उम्मीदवारी के समर्थन में हैं।
राधाकृष्णन 22 अगस्त को नामांकन दाखिल करेंगे, और माना जा रहा है कि उनके पक्ष में एकजुटता बन चुकी है।