गाजीपुर – पुलिस ने माफिया और पांच बार के विधायक रहे स्वर्गीय मुख्तार अंसारी के छोटे बेटे उमर अंसारी को लखनऊ से गिरफ्तार कर लिया है। उमर को पुलिस ने 3 अगस्त को लखनऊ के दारुलशफ़ा क्षेत्र से उस समय पकड़ा, जब वह अपने बड़े भाई व सुभासपा विधायक अब्बास अंसारी के सरकारी आवास पर मौजूद था। पुलिस टीम ने उसे आवश्यक पूछताछ के लिए हिरासत में लेकर गाजीपुर ले गई है।गिरफ्तारी के पीछे की वजह एक फर्जीवाड़े का मामला है, जो उत्तर प्रदेश गैंगस्टर एक्ट की धारा 14(1) के तहत जब्त की गई संपत्ति से जुड़ा है। यह संपत्ति मुख्तार अंसारी की बताई जा रही है। जांच में सामने आया है कि उमर अंसारी ने अवैधानिक रूप से इस जब्त संपत्ति को छुड़ाने के लिए अदालत में फर्जी दस्तावेज पेश किए। इतना ही नहीं, उसने अपनी फरार मां अफ्शा अंसारी के जाली हस्ताक्षर भी दस्तावेजों पर कर दिए। अफ्शा अंसारी पर पहले से ही फर्जी हस्ताक्षर के एक अन्य मामले में ₹50,000 का इनाम घोषित है।इस फर्जीवाड़े का खुलासा होते ही गाजीपुर जिले के मुहम्मदाबाद थाने में उमर अंसारी के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। पुलिस के अनुसार, यह पूरी योजना सुनियोजित तरीके से बनाई गई थी, जिससे जब्त संपत्ति को वापस लिया जा सके।मुख्तार अंसारी के परिवार पर पहले से ही नौ आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। उमर अंसारी और उसके बड़े भाई अब्बास अंसारी पर आचार संहिता उल्लंघन के तीन मुकदमे हैं, जबकि मुख्तार की पत्नी अफ्शा अंसारी पर भी तीन आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं। फिलहाल पुलिस उमर अंसारी से पूछताछ कर रही है और आगे की जांच जारी है। अफ्शा अंसारी अभी भी फरार हैं।