टाटा ग्रुप ने शनिवार को स्पष्ट किया कि अहमदाबाद विमान हादसे में सिर्फ विमान में सवार यात्रियों के परिजनों को ही नहीं, बल्कि ज़मीन पर मारे गए सभी 33 लोगों को भी ₹1 करोड़ का मुआवज़ा दिया जाएगा। इन 33 लोगों में 20 मेडिकल छात्र भी शामिल हैं जो बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रावास में मौजूद थे।
अब तक 274 की मौत की पुष्टि
शनिवार तक 274 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इसमें:
241 लोग विमान में सवार थे
33 लोग ज़मीन पर मौजूद थे, जिनमें 20 छात्र शामिल हैं
टाटा संस के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने सभी मृतकों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और घोषणा की कि हादसे में मारे गए सभी लोगों के परिजनों को ₹1-1 करोड़ रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
मुआवज़े के अलावा और क्या मदद मिलेगी?
टाटा समूह ने मुआवज़े के अलावा:
घायलों के इलाज का पूरा खर्च उठाने का वादा किया है
दुर्घटनाग्रस्त बी.जे. मेडिकल कॉलेज के छात्रावास की मरम्मत में मदद करेगा
मदद केंद्र दिल्ली, मुंबई, लंदन और अहमदाबाद में स्थापित किए गए हैं
हालांकि, अभी तक नौकरी या अन्य दीर्घकालिक सहायता पर कोई निर्णय नहीं लिया गया है। टाटा ग्रुप के अधिकारी के अनुसार, स्थिति का आकलन किया जा रहा है और भविष्य में कोई योजना बन सकती है।
बीमा और अंतरराष्ट्रीय नियमों के तहत अतिरिक्त मुआवज़ा
एयर इंडिया की बीमा कंपनियों (जैसे कि टाटा एआईजी, आईसीआईसीआई लोम्बार्ड) द्वारा यात्रियों के परिजनों को लगभग ₹1.5 करोड़ तक का बीमा मुआवज़ा मिलने की संभावना है।
मॉन्ट्रियल कन्वेंशन के अनुसार, एक पीड़ित के परिजनों को एयरलाइंस से न्यूनतम ₹1.8 करोड़ का मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इससे कुल मुआवज़े की राशि ₹377 करोड़ से अधिक हो सकती है।
जांच के लिए बनी विशेष समिति
इस हादसे की जांच के लिए केंद्र सरकार ने एक उच्चस्तरीय समिति का गठन किया है, जिसकी अध्यक्षता गृह सचिव करेंगे। समिति को तीन महीनों में रिपोर्ट सौंपनी है।
इसके अलावा, अमेरिका, ब्रिटेन और भारत के विमानन विशेषज्ञ भी जांच में सहयोग कर रहे हैं।
छात्रों को भी मिलेगा बराबर मुआवज़ा: IMA के अनुरोध पर सहमति
भारतीय मेडिकल एसोसिएशन (IMA), गुजरात शाखा ने टाटा ग्रुप से अपील की थी कि विमान में सवार लोगों की तरह छात्रों और ज़मीन पर हताहतों को भी बराबर मुआवज़ा दिया जाए। टाटा समूह ने इस अपील को मान लिया है और सभी 33 ज़मीन पर मारे गए लोगों को भी ₹1 करोड़ की राशि देने की घोषणा की।
मुख्य तथ्य संक्षेप में:
बिंदु | जानकारी |
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कुल मृतक | 274 (241 विमान में, 33 ज़मीन पर) |
टाटा ग्रुप मुआवज़ा | ₹1 करोड़ प्रति मृतक परिवार |
बीमा कंपनियों से मुआवज़ा | ~₹1.5 करोड़ प्रति यात्री |
मॉन्ट्रियल कन्वेंशन से | ₹1.8 करोड़ तक संभव |
अतिरिक्त सहायता | इलाज, छात्रावास मरम्मत, सहायता केंद्र |
जांच समिति रिपोर्ट | 3 महीनों में |
टाटा ग्रुप का यह निर्णय कि वह केवल विमान यात्रियों ही नहीं, बल्कि ज़मीन पर मारे गए मासूम छात्रों और अन्य नागरिकों को भी मुआवज़ा देगा, एक सकारात्मक सामाजिक पहल है। अब सबकी निगाहें सरकार और जांच समिति पर हैं — कि इस त्रासदी का असली कारण क्या था, और भविष्य में ऐसी घटनाएं कैसे रोकी जाएं।