
नई दिल्ली।
ऑपरेशन सिंदूर की ऐतिहासिक सफलता के बाद देशभर में देशभक्ति की भावना चरम पर है। इसी कड़ी में मंगलवार को राजधानी दिल्ली के कर्तव्य पथ से लेकर राष्ट्रीय युद्ध स्मारक (War Memorial) तक एक भव्य तिरंगा यात्रा निकाली गई। इस यात्रा में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता, दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा, मंत्री प्रवेश वर्मा, आशीष सूद, मनजिंदर सिंह सिरसा, कपिल मिश्रा, बांसुरी स्वराज समेत कई सांसद, विधायक और बीजेपी नेता शामिल हुए।
बारिश में भी न थमा जोश, हर हाथ में तिरंगा, हर दिल में सेना का सम्मान
भारी बारिश के बावजूद राजधानी की सड़कों पर देशभक्ति का सैलाब उमड़ पड़ा। तिरंगा यात्रा में वकील, डॉक्टर, छात्र, सामाजिक कार्यकर्ता और आम नागरिक बड़ी संख्या में शामिल हुए। सभी के हाथों में तिरंगा और होठों पर सेना के जयकारे थे। कई लोगों ने हाथों में पोस्टर लिए हुए थे, जिन पर लिखा था –
“ऑपरेशन सिंदूर: दुनिया को एक ही संदेश – पाकिस्तान एक आतंकी देश है।”
कर्तव्य पथ बना देशभक्ति का प्रतीक स्थल
कर्तव्य पथ पर उमड़े जनसैलाब ने यह साबित कर दिया कि भारतीय सेना के साहस और बलिदान के साथ पूरा देश खड़ा है। यात्रा में शामिल लोगों ने कहा कि भारतीय सेना ने पहलगाम में निहत्थे पर्यटकों पर हुए हमले का ऐसा जवाब दिया, जिससे पाकिस्तान बुरी तरह हिल गया। सेना ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों को नष्ट कर 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया और उसे घुटनों पर आने को मजबूर कर दिया।
नेताओं ने किया सेना के शौर्य को नमन
बीजेपी नेताओं ने कहा कि 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में पाकिस्तान प्रायोजित आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या कर दी थी। इसके बाद भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के भीतर घुसकर आतंक के अड्डों को नेस्तनाबूद कर दिया।
“सेना ने पाकिस्तान की कमर कुछ इस तरह तोड़ी कि वह तीन दिन के भीतर ही सीजफायर की भीख मांगने लगा।”
नेताओं ने कहा कि सेना के इसी पराक्रम, साहस और बलिदान को जन-जन तक पहुंचाने और सलामी देने के लिए पूरे देश में तिरंगा यात्राएं निकाली जा रही हैं।
तिरंगा यात्रा बनी एक जन आंदोलन, ऑपरेशन सिंदूर बना राष्ट्रीय गौरव
ऑपरेशन सिंदूर ने न केवल आतंक के खिलाफ भारत की नीति को स्पष्ट किया, बल्कि पूरे देश को एक सूत्र में बांधने का काम भी किया। दिल्ली की तिरंगा यात्रा इस बात का प्रतीक बन गई कि जब बात देश की सुरक्षा और सेना के सम्मान की हो, तब भारतवासी एकजुट होकर एक स्वर में खड़े होते हैं –
“जय हिन्द, जय भारत, वंदे मातरम्!”