एशिया में नई लहर की आशंका, स्वास्थ्य विभाग सतर्क
COVID19: भारत में एक बार फिर कोविड-19 मामलों में तेज़ बढ़ोतरी दर्ज की गई है, खासतौर पर तमिलनाडु, केरल और महाराष्ट्र जैसे राज्यों में। पिछले एक सप्ताह में तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या दोगुनी से अधिक हो गई है, जिससे स्वास्थ्य अधिकारियों की चिंता बढ़ गई है। यह उछाल केवल भारत तक सीमित नहीं है, बल्कि हांगकांग और सिंगापुर जैसे एशियाई देशों में भी कोरोना संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं।
तमिलनाडु में 106% की बढ़ोतरी, स्थिति गंभीर
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के अनुसार, 12 मई को तमिलनाडु में जहां केवल 32 सक्रिय मामले थे, वहीं 19 मई तक यह संख्या बढ़कर 66 हो गई, यानी 106% की चौंकाने वाली वृद्धि दर्ज की गई। इसी अवधि में 32 मरीज स्वस्थ भी हुए, लेकिन देश के कुल 257 सक्रिय मामलों में से 26% मामले अकेले तमिलनाडु में हैं, जो इसे सबसे संवेदनशील राज्य बना देता है।
राष्ट्रीय स्तर पर केरल टॉप पर, महाराष्ट्र में भी बढ़े मामले
देशभर की बात करें तो केरल में फिलहाल 95 सक्रिय मामले हैं, जो पिछले सप्ताह की तुलना में 69 मामलों की वृद्धि दर्शाते हैं। महाराष्ट्र में भी संक्रमण बढ़कर 56 मामलों तक पहुंच गया है, जबकि एक सप्ताह पहले यह संख्या केवल 12 थी। इसके विपरीत, पुडुचेरी में मामलों में गिरावट देखी गई है, जहां संक्रमितों की संख्या 13 से घटकर 10 रह गई है।
गर्मियों में वायरस का उभार विशेषज्ञों के लिए चिंता का कारण
चेन्नई स्थित किंग इंस्टीट्यूट ऑफ प्रिवेंटिव मेडिसिन के एक वरिष्ठ महामारी विशेषज्ञ ने बताया कि, “आमतौर पर श्वसन वायरस सर्दियों में सक्रिय होते हैं, इसलिए गर्मियों में संक्रमण का यह बढ़ना असामान्य और चिंताजनक है।”
एशिया में फिर फैल रहा संक्रमण, भारत में बढ़ाई गई निगरानी
सिर्फ भारत ही नहीं, बल्कि सिंगापुर और हांगकांग में भी 12 मई के बाद से 100 से अधिक नए मामले सामने आए हैं। इससे स्वास्थ्य एजेंसियों ने नई एडवाइजरी जारी की है और मास्क, दूरी व टीकाकरण पर दोबारा जोर दिया जा रहा है।
भारत में स्थिति पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है। महाराष्ट्र में दो कोविड से जुड़ी मौतें दर्ज की गई हैं, हालांकि डॉक्टरों का कहना है कि इनकी वजह पहले से मौजूद बीमारियां थीं।
तमिलनाडु ने बढ़ाई जीनोमिक निगरानी, बूस्टर डोज की सलाह
तमिलनाडु सरकार ने संभावित नए वैरिएंट की पहचान के लिए जीनोमिक निगरानी तेज कर दी है। राज्य के स्वास्थ्य सचिव डॉ. जे राधाकृष्णन ने कहा, “हम शहरी क्षेत्रों पर विशेष निगरानी रख रहे हैं, जहां संक्रमण के मामले सामने आ रहे हैं।”
हालांकि अब तक किसी नए वेरिएंट की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्वास्थ्य अधिकारी वरिष्ठ नागरिकों और सह-रुग्णता वाले लोगों को बूस्टर डोज़ लेने की सलाह देने की तैयारी में हैं।