
पटना: वक्फ संशोधन विधेयक को लेकर बिहार की राजनीति में जबरदस्त उथल-पुथल मच गई है। जनता दल यूनाइटेड (JDU) के वरिष्ठ नेता मोहम्मद कासिम अंसारी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने विधेयक पर JDU के रुख से नाराजगी जताते हुए पार्टी से नाता तोड़ लिया। उनके इस कदम से न केवल JDU में आंतरिक कलह के संकेत मिल रहे हैं, बल्कि यह राजनीतिक रूप से आगामी चुनावों को भी प्रभावित कर सकता है।
कासिम अंसारी बोले – “मैं पार्टी के फैसले से बेहद निराश”
अपने इस्तीफे में कासिम अंसारी ने स्पष्ट रूप से लिखा कि वह JDU के वक्फ विधेयक पर लिए गए रुख से सहमत नहीं हैं। उन्होंने कहा:
“मैंने अपनी जिंदगी के कई साल पार्टी को दिए और उसकी सेवा की, लेकिन अब जब वक्फ संपत्तियों और उनके प्रबंधन को लेकर सरकार हस्तक्षेप कर रही है, तो मैं इसे स्वीकार नहीं कर सकता। मैं इस मुद्दे पर पार्टी के रुख से निराश हूं, इसलिए अपने सभी पदों से इस्तीफा दे रहा हूं।”
बिहार में वक्फ संपत्तियों को लेकर गरमाई राजनीति
कासिम अंसारी का यह इस्तीफा ऐसे समय में आया है जब बिहार में वक्फ संपत्तियों और उनके प्रबंधन को लेकर बड़ा विवाद छिड़ा हुआ है। विपक्षी दलों के साथ-साथ मुस्लिम नेताओं ने भी इस विधेयक पर कड़ी आपत्ति जताई है। अंसारी ने इस कानून को मुस्लिम संपत्तियों पर सरकारी हस्तक्षेप का प्रयास करार दिया और इसे अल्पसंख्यकों के अधिकारों के खिलाफ बताया।

JDU के लिए झटका, पार्टी में मचा घमासान!
मोहम्मद कासिम अंसारी का इस्तीफा JDU के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है। उनकी गिनती पार्टी के वरिष्ठ और अनुभवी नेताओं में होती थी, जो वर्षों से संगठन के साथ जुड़े रहे हैं। अब पार्टी को यह तय करना होगा कि इस इस्तीफे से JDU को कितनी सियासी चोट पहुंचेगी।
विधेयक पर सरकार और विपक्ष आमने-सामने
गौरतलब है कि बुधवार को केंद्र सरकार ने वक्फ संशोधन विधेयक को लोकसभा में पेश किया था। करीब 12 घंटे की लंबी बहस के बाद सरकार ने विधेयक को पारित करा लिया। इस दौरान विपक्षी दलों और मुस्लिम संगठनों ने विधेयक को अल्पसंख्यकों के खिलाफ बताया, जबकि सरकार ने इसे वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग को रोकने और पारदर्शिता लाने के लिए जरूरी बताया।
अब यह विधेयक राज्यसभा में पेश किया गया है, जहां इस पर गर्मागर्म बहस जारी है। लोकसभा में सरकार के पास स्पष्ट बहुमत था, इसलिए विधेयक आसानी से पारित हो गया, लेकिन राज्यसभा में समीकरण जटिल हो सकते हैं। अब देखना होगा कि सरकार ऊपरी सदन में इस विधेयक को पास कराने के लिए किस तरह की रणनीति अपनाती है।
क्या होगा JDU का अगला कदम?
कासिम अंसारी के इस्तीफे के बाद अब JDU नेतृत्व पर सवाल खड़े हो रहे हैं। क्या पार्टी अब अपने रुख पर पुनर्विचार करेगी, या फिर अंसारी के इस्तीफे से कोई खास असर नहीं पड़ेगा? यह तय है कि बिहार में वक्फ विधेयक को लेकर सियासत अभी और गरमाने वाली है।