
महाराष्ट्र की राजनीति नागपुर में भड़की हिंसा को लेकर उबाल पर है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए इसे सरकार की नाकामी करार दिया और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस से इस्तीफे की मांग कर दी। उन्होंने कहा कि जिस राज्य के गृहमंत्री उसी शहर से आते हों और वहां हिंसा हो जाए, वह सरकार की पूर्ण विफलता को दर्शाता है।
नागपुर में कैसे भड़की हिंसा?
सोमवार रात औरंगजेब की कब्र को लेकर उठे विवाद के बीच नागपुर में दो गुटों के बीच तनाव बढ़ गया, जिसके बाद शहर में तोड़फोड़, आगजनी और पथराव हुआ। भीड़ ने कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया, जिससे हालात बेकाबू हो गए। हिंसा में डीसीपी समेत कई पुलिसकर्मी घायल हुए और पूरे शहर में तनाव का माहौल बन गया।
उद्धव ठाकरे का हमला – ‘यह सरकार का फेलियर’
नागपुर की हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने कहा:
“जिस शहर में आरएसएस का मुख्यालय हो, वहां हिंदू कैसे खतरे में हो सकता है? यह सरकार सिर्फ अपना फेलियर छिपाने के लिए बेवजह मुद्दे खड़े कर रही है।”
उन्होंने सरकार को घेरते हुए कहा:
🔹 “बीजेपी हिंदुत्व सिखाने की कोशिश कर रही है, हमारे हिंदुत्व पर सवाल उठा रही है। अगर उनमें हिम्मत है तो अपने झंडे से हरा रंग निकालकर दिखाएं।”
🔹 “जिस औरंगजेब का जन्म गुजरात में हुआ, उसकी कब्र महाराष्ट्र में क्यों बनाई गई?”
🔹 “गुजरात के लोग महाराष्ट्र को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं, यहां हिंदू-मुस्लिम विवाद खड़ा कर रहे हैं, और खुद बांग्लादेश के साथ क्रिकेट खेल रहे हैं।”
‘अगर औरंगजेब की कब्र हटानी है तो प्रधानमंत्री मोदी से कहें’
उद्धव ठाकरे ने सवाल उठाते हुए कहा:
“अगर सरकार औरंगजेब की कब्र हटाने में असमर्थ है तो वे प्रधानमंत्री मोदी के पास क्यों नहीं जाते? गुजरात में जन्मे औरंगजेब की कब्र हटाने के लिए केंद्र से अनुमति लें।”
उन्होंने यह भी कहा कि अगर सरकार औरंगजेब की कब्र हटाने का फैसला करती है, तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और चंद्रबाबू नायडू को भी बुला लीजिए, ताकि पूरा देश इसे देख सके।
‘संघ मुख्यालय के बावजूद नागपुर में हिंसा क्यों?’
उद्धव ठाकरे ने यह भी सवाल उठाया कि नागपुर में संघ का मुख्यालय और जेड प्लस सुरक्षा के बावजूद इतनी बड़ी हिंसा कैसे हुई?
उन्होंने तंज कसते हुए कहा:
“सरकार कह रही है कि हिंसा करने वाले बाहरी लोग थे। लेकिन असली सवाल यह है कि यह सरकार इतनी बेकार कैसे हो गई कि नागपुर में इतनी सुरक्षा के बावजूद हिंसा हो गई?”
‘मुख्यमंत्री फडणवीस को इस्तीफा देना चाहिए’
ठाकरे ने सीधा हमला बोलते हुए कहा कि यह सरकार की विफलता का सबसे बड़ा उदाहरण है और मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को नैतिक जिम्मेदारी लेते हुए तुरंत इस्तीफा देना चाहिए।
क्या नागपुर हिंसा 2024 के महाराष्ट्र की राजनीति का नया मोड़ बनेगी?
अब देखना यह होगा कि महाराष्ट्र सरकार इस पर क्या कदम उठाती है और विपक्ष इस मुद्दे को कितना बड़ा बनाता है।