
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राजनीतिक समीकरण तेजी से बदल रहे हैं। इस बीच, सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) के राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) में शामिल होने की अटकलें तेज हो गई हैं। उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) की सहयोगी यह पार्टी अब बिहार की राजनीति में भी अपनी जगह बनाने की कोशिश कर रही है।
सूत्रों के मुताबिक, सुभासपा बिहार में 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है और उसका मुख्य फोकस ओबीसी और महादलित वोट बैंक पर है। हालांकि, एनडीए की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है।
बिहार में गठबंधनों का समीकरण, एनडीए में हो सकता है विस्तार
बिहार में विधानसभा चुनाव 2025 से पहले सभी प्रमुख राजनीतिक दलों ने अपनी रणनीति तैयार करनी शुरू कर दी है। वर्तमान में राज्य की राजनीति दो प्रमुख गठबंधनों – एनडीए और महागठबंधन – में बंटी हुई है।
- एनडीए में शामिल दल:
- भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी)
- जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू)
- लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास)
- हम (हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा)
- राष्ट्रीय लोक मोर्चा
- महागठबंधन में शामिल दल:
- राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी)
- कांग्रेस
- वाम दल (सीपीआई, सीपीएम, सीपीआई-एमएल)
- विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी)
- गठबंधन से बाहर रहने वाले दल:
- ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम)
- बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी)
- अन्य छोटे दल
राजनीतिक हलकों में चर्चा है कि चुनाव से पहले एनडीए का कुनबा बढ़ सकता है, और सुभासपा की एंट्री इसी दिशा में एक बड़ा संकेत हो सकती है।
एनडीए से सुभासपा के जुड़ने के संकेत, बीजेपी से बातचीत जारी
अगर बीजेपी से जुड़े सूत्रों की मानें, तो सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी बिहार में एनडीए का हिस्सा बनने के लिए तैयार है। इसको लेकर पार्टी के शीर्ष नेतृत्व की बीजेपी से बातचीत भी चल रही है।
पिछले उपचुनाव में सुभासपा ने दिया था एनडीए को समर्थन
सुभासपा और एनडीए के संभावित गठबंधन की अटकलों को बल तब मिला, जब पिछले साल बिहार में हुए उपचुनाव के दौरान सुभासपा प्रमुख ओमप्रकाश राजभर ने एनडीए उम्मीदवारों के समर्थन में प्रचार किया था।
खासकर, रामगढ़ विधानसभा सीट पर राजभर ने बिहार में राजभर जाति के मतदाताओं से एनडीए के समर्थन की अपील की थी।
बिहार में सुभासपा की रणनीति: 28 जिलों में 29 सीटों पर फोकस
सुभासपा के सूत्रों के मुताबिक, पार्टी बिहार में 28 जिलों में अपने उम्मीदवार उतारने की तैयारी कर रही है। इनमें से 19 सीटों की पहचान पहले ही की जा चुकी है।
जिन जिलों में सुभासपा का फोकस रहेगा:
✅ नवादा
✅ पश्चिमी चंपारण
✅ सासाराम
✅ नालंदा
✅ औरंगाबाद
✅ गया
✅ बक्सर
किस जातिगत समीकरण पर काम कर रही है सुभासपा?
पार्टी का मुख्य फोकस ओबीसी और महादलित वोट बैंक पर है। खासकर, राजभर, राज धोबी, राजवंशी, भर, पटवा, राय, मंडल और पटवार जैसी जातियों को साधने की कोशिश की जा रही है।
बिहार में इन जातियों की आबादी करीब 4.5% मानी जाती है और सुभासपा इन्हें अपना मजबूत वोट बैंक बनाना चाहती है।
2020 में AIMIM के साथ गठबंधन, लेकिन नाकामी हाथ लगी
2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में सुभासपा ने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के साथ गठबंधन किया था।
- सुभासपा ने 2 सीटों पर चुनाव लड़ा लेकिन कोई सीट नहीं जीत सकी।
- AIMIM ने 20 सीटों पर चुनाव लड़ा और 5 सीटें जीतने में सफल रही।
इस बार सुभासपा नए गठबंधन और मजबूत रणनीति के साथ चुनावी मैदान में उतरने की तैयारी में है।
सुभासपा ने बिहार में बढ़ाई सक्रियता, कई जिलों में की रैलियां
पिछले कुछ महीनों में सुभासपा ने बिहार में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए कई जिलों में रैलियां की हैं।
✅ पटना
✅ नवादा
✅ पूर्णिया
✅ सीतामढ़ी
इन रैलियों के जरिए पार्टी ओबीसी और महादलित समुदायों को अपनी तरफ आकर्षित करने की रणनीति अपना रही है।
पार्टी प्रवक्ता ने क्या कहा
सुभासपा के राष्ट्रीय प्रवक्ता पीयूष मिश्रा ने बताया कि पार्टी आगामी बिहार विधानसभा चुनाव के लिए पूरी तरह तैयार है।
➡️ “हमारी पार्टी बिहार में 29 विधानसभा सीटों पर चुनाव लड़ेगी। इसे लेकर बीजेपी के शीर्ष नेतृत्व से चर्चा हुई है।”
➡️ “हमारी पार्टी एनडीए में शामिल होकर चुनाव लड़ने की इच्छुक है, जल्द ही इस पर फैसला होगा।”
➡️ “राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर पटना में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आधिकारिक घोषणा करेंगे।”
एनडीए का रुख अभी स्पष्ट नहीं, बीजेपी का फैसला महत्वपूर्ण
अब तक एनडीए के किसी भी घटक दल ने सुभासपा के संभावित गठबंधन पर प्रतिक्रिया नहीं दी है।
प्रदेश भाजपा के शीर्ष नेताओं के मुताबिक, किसी भी नई पार्टी को गठबंधन में शामिल करने का अंतिम निर्णय केंद्रीय नेतृत्व करेगा।
- बिहार विधानसभा चुनाव से पहले सुभासपा के एनडीए में शामिल होने की चर्चा जोरों पर।
- पार्टी बिहार में 29 सीटों पर चुनाव लड़ने की तैयारी कर रही है।
- ओबीसी और महादलित वोट बैंक को साधने की कोशिश।
- बीजेपी से गठबंधन को लेकर बातचीत जारी, जल्द हो सकती है घोषणा।
- एनडीए में सुभासपा की एंट्री से बिहार की राजनीति में नया मोड़ आ सकता है।
क्या सुभासपा का एनडीए में शामिल होना बिहार के चुनावी समीकरण को बदल सकता है? अपनी राय कमेंट में बताएं!

VIKAS TRIPATHI
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