Basant Panchami Amrit Snan: मौनी अमावस्या के दौरान हुए हादसे के बाद प्रशासन ने बसंत पंचमी (3 फरवरी) को होने वाले अमृत स्नान के लिए विशेष तैयारियां की हैं। भीड़ प्रबंधन से लेकर सुरक्षा तक, पिछली गलतियों से सीख लेते हुए नई व्यवस्थाएं लागू की गई हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अधिकारियों को सख्त निर्देश दिए हैं कि इस बार किसी भी तरह की चूक बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
संशोधित सुरक्षा योजना और पुलिस तैनाती
- भीड़ नियंत्रण: महाकुंभ क्षेत्र में आवागमन सुचारु बनाए रखने के लिए विशेष योजना लागू की गई है।
- पुलिस डिप्लॉयमेंट प्लान: छह-स्तरीय रणनीति के तहत मौजूदा सीएपीएफ और पीएसी कंपनियों का पुनर्विन्यास किया जाएगा, संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती होगी।
- बैरियर और बैरिकेडिंग: पूरे महाकुंभ क्षेत्र में सुरक्षा को मजबूत करने के लिए प्रमुख स्थानों पर बैरिकेडिंग को और मजबूत किया गया है।
- संगम क्षेत्र की सुरक्षा: स्नान घाट और संगम क्षेत्र में अतिरिक्त बल की तैनाती की जाएगी, जिसमें महिला सीआरपीएफ की दो प्लाटून भी शामिल होंगी।
संवेदनशील क्षेत्रों में अतिरिक्त बल की तैनाती
प्रशासन ने 11 संवेदनशील स्थानों को चिह्नित कर वहां अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया है। इनमें टीकरमाफी, गंगामूर्ति चौराहा, नागवासुकी रैम्प, काली रैम्प, अपर संगम मार्ग, जीटी जवाहर चौराहा, झूसी के पीपा पुल, त्रिवेणी मार्ग, छतनाग मार्ग और अखाड़ा वापसी मार्ग शामिल हैं।
सुरक्षा संकेत और डिजिटल अलर्ट में सुधार
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए साइन बोर्ड्स को ऊंचाई पर लगाया गया है ताकि वे स्पष्ट रूप से दिखाई दें। वीएमडी (डिजिटल डिस्प्ले) के माध्यम से श्रद्धालुओं को सही मार्ग और खुले पुलों की जानकारी दी जाएगी। साथ ही, आई ट्रिपल सी (ITCCC) द्वारा भेजे जाने वाले अलर्ट मैसेज की संख्या भी बढ़ा दी गई है।
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे प्रशासनिक दिशानिर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह से बचें, जिससे बसंत पंचमी का यह पावन अमृत स्नान सुरक्षित और सुव्यवस्थित तरीके से संपन्न हो सके।
VIKAS TRIPATHI
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