
Yamuna Water Dispute Sparks Political Row Between Delhi and Haryana; दिल्ली विधानसभा चुनाव की सरगर्मी के बीच यमुना नदी के पानी पर राजनीति तेज हो गई है। आम आदमी पार्टी ने आरोप लगाया है कि यमुना में बढ़े हुए अमोनिया स्तर के लिए हरियाणा सरकार जिम्मेदार है। इस मुद्दे पर अब कांग्रेस ने भी अपनी प्रतिक्रिया देते हुए चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज कराई है।
कांग्रेस ने केजरीवाल के बयान को बताया गंभीर
कांग्रेस ने चुनाव आयोग को पत्र लिखकर कहा है कि अरविंद केजरीवाल द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच होनी चाहिए। अगर उनके आरोप गलत पाए जाते हैं, तो आदर्श आचार संहिता और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम-1950 का उल्लंघन करने के लिए उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज होनी चाहिए। कांग्रेस ने यह भी कहा कि अगर हरियाणा सरकार के खिलाफ लगाए गए आरोप सही साबित होते हैं, तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाए।
आम आदमी पार्टी का हरियाणा पर आरोप
इस विवाद को लेकर आम आदमी पार्टी ने चुनाव आयोग में शिकायत दर्ज कराई है। पार्टी नेता और मुख्यमंत्री पद की उम्मीदवार आतिशी ने कहा कि हरियाणा से यमुना में आ रहे पानी में अमोनिया का स्तर खतरनाक हद तक बढ़ गया है। उन्होंने बताया कि दिल्ली के वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स 1-2 पीपीएम तक अमोनिया को ट्रीट कर सकते हैं, लेकिन इन दिनों यह स्तर 4-7 पीपीएम तक पहुंच गया है, जो बेहद जहरीला है।
आतिशी ने चेतावनी दी कि अगर यह स्थिति जारी रही, तो दिल्ली के कई वाटर ट्रीटमेंट प्लांट्स बंद हो सकते हैं, जिससे पानी की किल्लत बढ़ जाएगी।
हरियाणा का पलटवार
आम आदमी पार्टी के आरोपों पर हरियाणा सरकार ने भी कड़ा रुख अपनाया है। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चुनाव आयोग पहुंचे और आम आदमी पार्टी के आरोपों को निराधार बताते हुए अपना पक्ष रखा।
सियासत के बीच बढ़ता जल संकट
यमुना जल विवाद के चलते चुनावी माहौल में सियासी बयानबाजी तेज हो गई है। जहां एक ओर आम आदमी पार्टी दिल्ली की जनता के लिए पानी की शुद्धता का मुद्दा उठा रही है, वहीं दूसरी ओर कांग्रेस और बीजेपी इस मामले को लेकर आम आदमी पार्टी पर हमला बोल रही हैं।
चुनाव आयोग अब इस विवाद को कितनी गंभीरता से लेता है और क्या कार्रवाई करता है, यह देखना बाकी है।