
Indian Navy’s Power Display on Republic Day:
गणतंत्र दिवस पर नौसेना की विशेष झांकी
देश में गणतंत्र दिवस की तैयारियां जोरों पर हैं। इस बार भारतीय नौसेना अपनी झांकी में उन ताकतों का प्रदर्शन करेगी जो देश की सुरक्षा और आत्मनिर्भरता का प्रतीक हैं। झांकी में हाल ही में शामिल किए गए अत्याधुनिक पनडुब्बी और युद्धपोत नजर आएंगे, जिनमें INS वागशीर, INS सूरत और INS नीलगिरी प्रमुख आकर्षण होंगे।
INS वागशीर: अत्याधुनिक पनडुब्बी
INS वागशीर, स्कॉर्पीन क्लास की सबसे आधुनिक पनडुब्बी है। यह दुश्मनों के लिए बड़ी चुनौती है और इसकी ताकत झांकी में अनोखे अंदाज में प्रदर्शित की जाएगी।
INS सूरत: स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर
INS सूरत भारतीय नौसेना का चौथा स्टील्थ गाइडेड मिसाइल डिस्ट्रॉयर है। अपनी अनूठी डिजाइन और शक्ति के कारण यह भारत की समुद्री सुरक्षा में अहम योगदान दे रहा है।
INS नीलगिरी: प्रोजेक्ट 17A का पहला फ्रिगेट
INS नीलगिरी, प्रोजेक्ट 17A के तहत तैयार किया गया पहला स्टील्थ फ्रिगेट है। यह समुद्री सीमाओं की सुरक्षा में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है।
झांकी का विशेष आकर्षण और संदेश
नौसेना की झांकी न केवल तकनीकी ताकत का प्रदर्शन है, बल्कि यह भारत की आत्मनिर्भरता और ‘मेक इन इंडिया’ के विजन का प्रतीक भी है। झांकी को भारतीय परंपरा और आधुनिकता के संगम से सजाया गया है, जो राष्ट्र की सुरक्षा और नौसेना की बहुआयामी क्षमताओं को दर्शाती है।
144 युवा सैनिकों का मार्चिंग दल
गणतंत्र दिवस पर नौसेना का 144 सैनिकों का मार्चिंग दल कर्तव्य पथ पर कदमताल करेगा। औसतन 25 वर्ष की आयु के इन सैनिकों ने दो महीने की विशेष ट्रेनिंग ली है। इस दल का नेतृत्व लेफ्टिनेंट कमांडर साहिल अहलूवालिया कर रहे हैं।
नौसेना बैंड में पहली बार 6 महिला सदस्य
भारतीय नौसेना का बैंड, जिसमें पहली बार 6 महिला सदस्य शामिल हैं, परेड में अपनी कला का प्रदर्शन करेगा। बैंड का नेतृत्व मास्टर चीफ पेटी ऑफिसर एम. एंटनी राज कर रहे हैं।
सशस्त्र बलों की त्रि-सेवा झांकी
इस बार गणतंत्र दिवस परेड में पहली बार सशस्त्र बलों की त्रि-सेवा झांकी शामिल होगी। थीम है- ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’। झांकी में थल, जल और वायु सेना के संयुक्त अभियान का प्रदर्शन होगा। अर्जुन टैंक, तेजस MKII लड़ाकू विमान, उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर और विध्वंसक आईएनएस विशाखापत्तनम की ताकत दिखाई जाएगी।
2025: सुधारों का वर्ष
रक्षा मंत्रालय ने 2025 को ‘सुधारों का वर्ष’ घोषित किया है। इस साल सशस्त्र बलों की युद्ध क्षमता बढ़ाने के लिए ‘संयुक्तता और एकीकरण’ पर जोर दिया जा रहा है। यह झांकी भारत की बढ़ती ताकत और हर चुनौती का सामना करने की क्षमता का संदेश देगी।