गाजीपुर: जन समस्याओं के त्वरित निस्तारण हेतु आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी ने सख्त रुख अपनाते हुए सैदपुर और भांवरकोल के खंड विकास अधिकारियों (बीडीओ) की खराब प्रगति पर नाराजगी जताई। शिकायतों के समाधान में लापरवाही के चलते उनका वेतन तत्काल रोकने का निर्देश दिया गया।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में हुआ आयोजन
तहसील सदर स्थित कलेक्ट्रेट सभागार में जिलाधिकारी आर्यका अखौरी और पुलिस अधीक्षक डॉ. इरज राजा की उपस्थिति में सम्पूर्ण समाधान दिवस संपन्न हुआ। इस दौरान 30 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 5 का मौके पर निस्तारण किया गया।
जिलेभर से 180 शिकायतें प्राप्त
जिले की सातों तहसीलों में कुल 180 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें मात्र 17 का मौके पर समाधान हो सका। तहसीलवार निस्तारण इस प्रकार रहा:
- जखनियां: 45 शिकायतें, 3 का निस्तारण।
- सेवराई: 15 शिकायतें, 3 का निस्तारण।
- जमानिया: 15 शिकायतें, 2 का निस्तारण।
- मुहम्मदाबाद: 30 शिकायतें, निस्तारण शून्य।
- कासिमाबाद: 20 शिकायतें, 2 का निस्तारण।
- सैदपुर: 25 शिकायतें, 2 का निस्तारण।
खराब प्रदर्शन पर कार्रवाई
जिलाधिकारी ने सैदपुर और भांवरकोल के बीडीओ को “शून्य प्रगति” के कारण कड़ी फटकार लगाई और उनका वेतन रोकने का निर्देश दिया। उन्होंने स्पष्ट किया कि लंबित शिकायतों और डिफॉल्ट की स्थिति में संबंधित अधिकारी स्वयं जिम्मेदार होंगे।
अधिकारियों को दिए गए निर्देश
- प्राप्त शिकायतों का शत-प्रतिशत निस्तारण सुनिश्चित करें।
- मौके पर जाकर स्थलीय निरीक्षण करते हुए शिकायतों का समाधान करें।
- आईजीआरएस पोर्टल पर दर्ज शिकायतों का त्वरित समाधान करें, क्योंकि इसकी निगरानी शासन स्तर से की जाती है।
उपस्थित अधिकारी
मुख्य विकास अधिकारी संतोष कुमार वैश्य, परियोजना निदेशक, उपजिलाधिकारी सदर, तहसीलदार सदर सहित अन्य संबंधित अधिकारी और पुलिस विभाग के अधिकारी मौजूद रहे।
इस कार्रवाई से प्रशासनिक अधिकारियों को सख्त संदेश दिया गया है कि जन समस्याओं के निस्तारण में किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त