
अजरबैजान के राष्ट्रपति इल्हाम अलीयेव ने कजाकिस्तान में दुर्घटनाग्रस्त हुए विमान को लेकर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि विमान को रूस ने मार गिराया, जिसमें 38 लोगों की मौत हुई थी। हालांकि, उन्होंने यह भी कहा कि यह कदम “जानबूझकर” नहीं उठाया गया था। अलीयेव ने आरोप लगाया कि रूस ने इस घटना के कारणों को छुपाने की कोशिश की और इस दुर्घटना के लिए अपनी जिम्मेदारी स्वीकार करनी चाहिए।
अलीयेव का बयान
न्यूज एजेंसी एएफपी के मुताबिक, अलीयेव ने सरकारी मीडिया से कहा, “तथ्य यह है कि अजरबैजानी नागरिक विमान ग्रोज़्नी के पास रूसी इलाके में बाहर से क्षतिग्रस्त हो गया था और उसने लगभग नियंत्रण खो दिया। हमें यह भी पता है कि इलेक्ट्रॉनिक वॉर सिस्टम ने हमारे विमान को नियंत्रण से बाहर कर दिया था।”
‘विमान को रूस ने मार गिराया’
उन्होंने आगे कहा, “हम स्पष्ट रूप से कह सकते हैं कि विमान को रूस ने मार गिराया था। हम यह नहीं कह रहे हैं कि यह जानबूझकर किया गया था, लेकिन ऐसा हुआ।” अलीयेव ने यह भी कहा कि रूस ने घटना के बाद माफी मांगने की बजाय तीन दिनों तक “भ्रामक संस्करण” प्रस्तुत किए।
रूस से मांगी गई 3 मांगें
अलीयेव ने रूस से तीन प्रमुख मांगें रखीं:
- रूस को अजरबैजान से माफी मांगनी चाहिए।
- रूस को अपने अपराध को स्वीकार करना चाहिए।
- दोषियों को दंडित किया जाना चाहिए और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाना चाहिए।
पुतिन ने मांगी माफी
अलीयेव ने यह भी बताया कि रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने घटना के लिए उनसे माफी मांगी है, लेकिन रूस ने अभी तक पूरी जिम्मेदारी नहीं ली है। अजरबैजान इस मामले में दोषियों पर कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर अडिग है।