
करेला किसे नहीं खाना चाहिए: करेला एक पौष्टिक सब्जी है, लेकिन कुछ लोगों के लिए इसका सेवन स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
करेला का नाम सुनते ही बहुत से लोग इसके कड़वे स्वाद के कारण मुंह बना लेते हैं। लेकिन यदि स्वाद को नज़रअंदाज कर दें, तो यह एक बहुत ही गुणकारी सब्जी है, जो कई स्वास्थ्य लाभ देने के लिए जानी जाती है। भारत के मशहूर पोषण विशेषज्ञ निखिल वत्स के अनुसार, अधिक मात्रा में करेला खाने से यह उल्टा असर कर सकता है। आइए जानते हैं किन लोगों को इसे सावधानी से सेवन करना चाहिए।
कब नहीं करना चाहिए करेले का सेवन?
- टाइप-1 डायबिटीज के मरीज:
टाइप-1 डायबिटीज से ग्रसित लोगों को करेले का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि इससे अचानक रक्त शर्करा का स्तर घट सकता है, जिससे कमजोरी और चक्कर आने जैसी समस्याएं हो सकती हैं। - गर्भवती महिलाएं:
गर्भवती महिलाओं को भी करेले का सेवन नहीं करना चाहिए, क्योंकि यह गर्भाशय पर असर डाल सकता है और शिशु के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकता है। - किडनी स्टोन के मरीज:
करेले में ऑक्सालेट की मात्रा अधिक होती है, जिससे किडनी स्टोन की समस्या हो सकती है। इसके अलावा, करेला किडनी में विषाक्तता को भी बढ़ा सकता है।
करेले की कड़वाहट कैसे कम करें?
यदि आप करेले की कड़वाहट को कम करना चाहते हैं और इसका स्वाद और स्वास्थ्य लाभ पाना चाहते हैं, तो इसे सही तरीके से पकाएं। सबसे पहले करेले को अच्छे से धोकर इसके बीज निकाल दें, क्योंकि बीज काफी कड़वे होते हैं। अगर आप चाहें तो सब्जी में प्याज का ज्यादा इस्तेमाल कर सकते हैं।
(अस्वीकरण: प्रिय पाठक, यह जानकारी सिर्फ जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से दी गई है। यह लेख सामान्य जानकारी और घरेलू नुस्खों पर आधारित है। कृपया अपनी सेहत से जुड़ी किसी भी जानकारी को अपनाने से पहले डॉक्टर से सलाह अवश्य लें।)