
मेरठ। अपराध नियंत्रण के लिए मंगलवार शाम को आईजी नचिकेता झा ने रेंज के अधिकारियों के साथ शाम 6 बजे से रात 9 बजे तक बैठक की। मेरठ का प्रदर्शन बेहद खराब होने के कारण सभी सीओ को कड़ी फटकार मिली। इसके बाद एसएसपी विपिन ताडा ने रात 10:30 बजे सभी सीओ और एएसपी की बैठक बुलाई, जिसमें खुलासा हुआ कि देहात थानों से अपराध नियंत्रण पर की गई कार्रवाई की रिपोर्ट आईजी के सामने पेश ही नहीं की गई थी।
इस लापरवाही की वजह एसपी देहात के पेशकार किरत सिंह रहे, जो थानों से सही आंकड़े इकट्ठा नहीं कर पाए, जबकि एसएसपी के पेशकार ब्रह्मप्रकाश त्रिपाठी भी मीटिंग में आंकड़े पेश करने में असमर्थ रहे। इस पर एसएसपी ने तत्काल किरत सिंह को सस्पेंड कर दिया और ब्रह्मप्रकाश त्रिपाठी के खिलाफ प्रारंभिक जांच के आदेश दिए। साथ ही सभी सीओ की कार्यशैली पर भी सवाल उठाते हुए उन्हें कड़ी फटकार लगाई गई।
मेरठ का खराब प्रदर्शन: आईजी की नाराजगी
आईजी नचिकेता झा ने बैठक में रेंज के सभी सीओ और एएसपी से अपराधियों पर की गई कार्रवाई का ब्यौरा मांगा। इसमें मेरठ का प्रदर्शन सबसे खराब पाया गया, जिस पर आईजी ने गहरी नाराजगी जताई। एसएसपी ने इसके बाद सीओ से अदालतों में पेश किए जाने वाले मामलों की जानकारी जुटाई।
जांच में सामने आया कि पेशी में तैनात पुलिसकर्मी, जो एक साल से ज्यादा समय से पद पर थे, ठीक से काम नहीं कर रहे थे। ऐसे 45 पुलिसकर्मियों को चिन्हित किया गया, जिनमें हेड मोहर्रिर, मोहर्रिर और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे। इन सभी को नौ सर्किलों से हटाकर स्थानांतरण कर दिया गया, जिसमें देहात सर्किल के कर्मियों को शहर में और शहर सर्किल के कर्मियों को देहात में तैनात किया गया है।

पुलिस महकमे में मचा हड़कंप
बुधवार की सुबह 45 पुलिसकर्मियों की सूची जारी होने के बाद पुलिस विभाग में हलचल मच गई। एसएसपी विपिन ताडा ने कहा कि कानून व्यवस्था को सुधारने के लिए यह स्थानांतरण किया गया है।
सड़क सुरक्षा के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वालों का सम्मान
सड़क सुरक्षा पखवाड़ा-24 के समापन पर गुरु तेग बहादुर पब्लिक स्कूल, वेस्ट एंड रोड में बुधवार को सड़क सुरक्षा के लिए उत्कृष्ट कार्य करने वाले ट्रैफिक पुलिसकर्मियों, रोडवेज चालकों और परिचालकों को सम्मानित किया गया। इस मौके पर मेरठ के महापौर हरिकांत अहलूवालिया ने मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की और सड़क सुरक्षा नियमों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए लोगों को प्रेरित किया।
कार्यक्रम में ट्रैफिक पुलिस अधिकारी लालसा पांडे, विनय कुमार साही, विजय कुमार, संतोष सिंह और प्रशिक्षक सुनील कुमार शर्मा सहित कई अन्य को सम्मानित किया गया। एसपी ट्रैफिक राघवेंद्र मिश्रा ने छात्र-छात्राओं को सड़क दुर्घटनाओं में घायल लोगों की मदद करने के लिए प्रेरित किया और “गुड सेमिरिटर्न” के रूप में पहचाने जाने वाले लोगों को डीएम की ओर से प्रशस्ति पत्र और पांच हजार रुपये का नकद पुरस्कार दिए जाने की जानकारी दी।
सड़क सुरक्षा को लेकर इस कार्यक्रम ने पुलिस और परिवहन अधिकारियों के साथ-साथ छात्रों और स्थानीय नागरिकों में जागरूकता पैदा करने में अहम भूमिका निभाई।