
9 अक्टूबर की देर रात, टाटा सन्स के चेयरमैन एमेरिटस, रतन टाटा, का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। यह महान उद्योगपति, जिन्होंने टाटा सन्स का नेतृत्व किया, ने ऐसा विरासत छोड़ी है जो पीढ़ियों तक याद की जाएगी। अपने व्यवसायिक कौशल, विनम्रता और भारत को वैश्विक मंच पर स्थापित करने की उनकी भूमिका ने उन्हें एक प्रेरणा स्तंभ बना दिया।
रतन टाटा का भारतीय स्टार्टअप्स के विकास में महत्वपूर्ण योगदान रहा है। उनके निवेश और मार्गदर्शन ने कई उभरते उद्यमियों को नई दिशा दी। उन्होंने करीब 45 स्टार्टअप्स में निवेश किया, जिनमें से Teabox, Upstox, Lenskart, Ola Electric और Firstcry जैसे नाम शामिल हैं।
Teabox के संस्थापक कौशल दुगर ने साझा किया कि रतन टाटा के निवेश से उन्हें भारतीय बाजार में वह पहचान मिली, जिसकी उन्हें जरूरत थी। उन्होंने बताया कि पहली मुलाकात में रतन टाटा की सादगी और गर्मजोशी ने उन्हें बेहद प्रभावित किया।
रतन टाटा के निवेश ने कई स्टार्टअप्स को सफलता की ऊंचाइयों तक पहुँचाया। Upstox ने जहां 23,000 प्रतिशत का रिटर्न दिया, वहीं Lenskart ने 28 गुना लाभ दिया। Ola Electric और Firstcry ने भी उनके निवेश पर 10X और 450 प्रतिशत का रिटर्न दिया।
रतन टाटा केवल एक निवेशक ही नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक भी थे। Chiratae Ventures के संस्थापक सुधीर सेठी ने उनके साथ की गई मुलाकातों को याद करते हुए बताया कि रतन टाटा ने न सिर्फ निवेश किया, बल्कि हमेशा सलाह दी और स्टार्टअप्स के विकास में उनका साथ दिया।
उनकी सादगी और मार्गदर्शन ने कई उद्यमियों को प्रेरित किया। Urban Company के सह-संस्थापक अभिराज सिंह भाल ने बताया कि रतन टाटा से मिली प्रेरणा ने उनके व्यवसाय को नई दिशा दी।
रतन टाटा का प्यार सिर्फ उद्योग और व्यवसाय तक सीमित नहीं था, बल्कि उनका जानवरों, खासकर कुत्तों के प्रति प्रेम भी सभी के लिए प्रेरणादायक था।
रतन टाटा जैसे व्यक्ति की विरासत उनकी विनम्रता, व्यवसायिक दृष्टिकोण और सेवा-भावना के साथ हमेशा जीवित रहेगी। उनके मार्गदर्शन और प्रेरणा से भारत के स्टार्टअप्स ने जो उड़ान भरी है, वह उनके योगदान का ही परिणाम है।