Cyber Crime Fraud, Arrested by Police: दिल्ली पुलिस की साइबर सेल ने कोलकाता से 21 साल के एक लड़के को गिरफ्तार किया है, जो कम उम्र में ही लग्जरी लाइफ जीने लगा था। यह लड़का एसबीआई बैंक में नौकरी करता था, लेकिन अपनी लालच और डिजिटल दुनिया की समझ के चलते साइबर ठगी में शामिल हो गया।
ठगी के शिकार हुए 23 लाख रुपये
दिल्ली के वसंत कुंज निवासी 56 वर्षीय श्रीनिवासन ने शिकायत दर्ज कराई कि साइबर ठगों ने उनसे 23 लाख रुपये की ठगी की। शिकायत के अनुसार, उन्हें एक व्हाट्सएप ग्रुप “एमएफएसएल स्टॉक चैट 40” में जोड़ा गया, जहां स्टॉक पर विशेष रियायती सिफारिशें दी जाती थीं। बाद में, शिकायतकर्ता को एक फर्जी वेबसाइट पर निवेश के लिए प्रेरित किया गया।
मुनाफे का लालच, नुकसान में बदला
शिकायतकर्ता को “क्रोनॉक्स लैब साइंसेज” के आईपीओ में 25,000 शेयर आवंटित किए गए और मुनाफे के रूप में 39 लाख रुपये का वादा किया गया। लेकिन जब उन्होंने पैसे निकालने की कोशिश की, तो अधिक धनराशि जमा करने के लिए कहा गया। इसके बाद उन्हें शक हुआ और मामला साइबर सेल तक पहुंचा।
कैसे खुला साइबर ठगी का राज
जांच के दौरान, मनी ट्रेल का अध्ययन किया गया और व्हाट्सएप नंबर का विवरण निकाला गया। पता चला कि यह गिरोह विदेश से संचालित हो रहा था। जांच में एक महिला द्वारा संचालित कंपनी “रॉय एंटरप्राइजेज” का नाम सामने आया, लेकिन असली खेल अयान दास नामक युवक का निकला।
बैंक कर्मचारी की लग्जरी लाइफ
पुलिस ने 27 नवंबर को कोलकाता में छापेमारी कर आरोपी अयान दास को गिरफ्तार किया। तलाशी के दौरान, पांच मोबाइल, एक लैपटॉप, चेकबुक और अन्य दस्तावेज बरामद हुए। अयान कमीशन के आधार पर साइबर ठगों को बैंक खाते उपलब्ध कराता था।
कम उम्र में अपराध का बड़ा नेटवर्क
अयान, जो कोलकाता में एसबीआई बैंक में कार्यरत था, साइबर ठगी के जरिए लाखों रुपये कमा रहा था। अपनी कमाई से वह लग्जरी लाइफ जी रहा था, लेकिन पुलिस की सतर्कता ने उसके अपराधों पर लगाम लगा दी। फिलहाल, अयान सलाखों के पीछे है और मामले की जांच जारी है।
VIKAS TRIPATHI
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