गाजीपुर – राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, भारत सरकार और उत्तर प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण, लखनऊ के समन्वय से गाजीपुर जनपद की चार बाढ़ संभावित तहसीलों – सैदपुर, जमानिया, मुहम्मदाबाद और सेवराई में आज बाढ़ पूर्व तैयारी हेतु मॉकड्रिल का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का उद्देश्य विभिन्न विभागों की बाढ़ आपदा से निपटने की तैयारियों की समीक्षा, जनजागरूकता, उपकरणों की कार्यशीलता का परीक्षण और राहत कार्यों का अभ्यास करना था।सुबह 8:58 बजे शासन से सूचना प्राप्त हुई कि अगले तीन घंटे में बाढ़ की संभावना है। तत्काल जिला आपदा संचालन केंद्र (DEOC) द्वारा अपर जिलाधिकारी (वि/रा) को सूचना दी गई और इन्सिडेंट कमांडर द्वारा जिलाधिकारी से अनुमति लेकर संबंधित विभागों की टीमें सक्रिय कर दी गईं। 9:00 बजे गंगा में 13 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की सूचना के साथ ही बाढ़ की चेतावनी जारी की गई और प्रभावित क्षेत्रों में टीमें भेजी गईं।सैदपुर तहसील के बूढ़ेनाथ महादेवा मंदिर क्षेत्र में मकान क्षतिग्रस्त होने पर 8 लोगों को सुरक्षित निकाल कर बाढ़ शरणालय में पहुंचाया गया। मुहम्मदाबाद तहसील के गौसपुर गायत्री घाट पर कटान प्रभावित गांव को खाली कराया गया और राहत पैकेट वितरित किए गए। जमानिया में अतिवृष्टि से रेल पटरी क्षतिग्रस्त हुई, जिसे तत्काल मरम्मत कर रेल सेवा बहाल की गई। वहीं, सेवराई तहसील के साधोपुर में नाव पलटने की घटना में 2 लोगों को गोताखोरों द्वारा बचाकर अस्पताल भेजा गया।कार्यक्रम में अपर जिलाधिकारी दिनेश कुमार, संबंधित उपजिलाधिकारी, तहसीलदार, आपदा मित्र, स्थानीय पुलिस एवं नागरिक उपस्थित रहे। मॉकड्रिल संचालन आपदा विशेषज्ञ अशोक राय ने किया। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के उपाध्यक्ष द्वारा कार्यक्रम की निगरानी की गई और गाजीपुर को मॉकड्रिल में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए प्रथम स्थान दिया गया।