केरल के निकाय चुनावों में बड़ा राजनीतिक उलटफेर देखने को मिला है। राजधानी तिरुवनंतपुरम नगर निगम में पिछले 30 वर्षों से काबिज वाम दल मोर्चा (LDF) का किला इस बार ढह गया है। भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के नेतृत्व वाले एनडीए ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए निगम में सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरकर सबको चौंका दिया है।
इस जीत को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने केरल की राजनीति में ऐतिहासिक क्षण करार दिया है। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट कर पार्टी कार्यकर्ताओं और समर्थकों को बधाई दी।
अपने पहले पोस्ट में प्रधानमंत्री ने लिखा,
“तिरुवनंतपुरम कॉर्पोरेशन में बीजेपी-एनडीए को मिला जनादेश केरल की राजनीति में एक ऐतिहासिक पल है। लोगों को विश्वास है कि राज्य के विकास कीा आकांक्षाओं को हमारी पार्टी ही पूरा कर सकती है। हम इस जीवंत शहर के विकास और ‘ईज ऑफ लिविंग’ को बेहतर बनाने के लिए पूरी प्रतिबद्धता से काम करेंगे।”
पीएम मोदी के इस संदेश के बाद तिरुवनंतपुरम में बीजेपी कार्यकर्ताओं में जबरदस्त उत्साह देखने को मिला। कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह चुनाव प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व और उनके विकास मॉडल के नाम पर लड़ा गया।
“कार्यकर्ता हमारी ताकत हैं” – पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने अपने दूसरे पोस्ट में पार्टी कार्यकर्ताओं की मेहनत को सलाम करते हुए लिखा,
“मैं उन सभी समर्पित बीजेपी कार्यकर्ताओं का आभार व्यक्त करता हूं, जिन्होंने जमीनी स्तर पर अथक परिश्रम किया और तिरुवनंतपुरम में यह शानदार परिणाम संभव बनाया। आज का दिन उन कार्यकर्ताओं के संघर्ष और तपस्या को याद करने का दिन है, जो दशकों से केरल में संगठन को मजबूत करने में जुटे रहे। हमारे कार्यकर्ता ही हमारी सबसे बड़ी ताकत हैं और हमें उन पर गर्व है।”
Thank you Thiruvananthapuram!
The mandate the BJP-NDA got in the Thiruvananthapuram Corporation is a watershed moment in Kerala’s politics.
The people are certain that the development aspirations of the state can only be addressed by our Party.
Our Party will work towards…
— Narendra Modi (@narendramodi) December 13, 2025
30 साल बाद LDF सत्ता से बाहर
गौरतलब है कि तिरुवनंतपुरम नगर निगम पर पिछले तीन दशकों से LDF का शासन था, लेकिन इस बार जनता ने बदलाव का मन बना लिया। भाजपा, जो पिछले दो कार्यकालों से विपक्ष में थी, 2025 में सत्ता के बेहद करीब पहुंच गई है। वहीं कांग्रेस के नेतृत्व वाला यूडीएफ तीसरे स्थान पर सिमट गया।
बीजेपी ने नगर निगम की कुल 50 सीटों पर जीत दर्ज की है, जबकि बहुमत के लिए 51 सीटों की जरूरत होती है। ऐसे में यदि किसी निर्दलीय पार्षद का समर्थन मिलता है, तो भाजपा के नेतृत्व में एनडीए नगर निगम की सत्ता संभाल सकता है।
यह जीत न केवल तिरुवनंतपुरम बल्कि केरल की राजनीति में भी एक नए अध्याय की शुरुआत मानी जा रही है।














