पालघर जिले के विरार में मंगलवार देर रात दिल दहला देने वाला हादसा हुआ — नारंगी फाटा स्थित स्वामी समर्थ नगर के रामू कंपाउंड की चार मंजिला इमारत रमाबाई अपार्टमेंट का एक हिस्सा ढह गया। हादसे में अब तक 14 लोगों की मौत हुई है, एक शख्स गंभीर रूप से जख्मी बताया जा रहा है और दो लोग रेस्क्यू किए गए हैं। अब तक कुल 17 लोगों का पता चला है; मलबे में और लोगों के फंसे होने की आशंका बनी हुई है।
घटनास्थल पर बचाव और राहत कार्य
घटना के तुरंत बाद नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (NDRF) की दो टीमें और स्थानीय बचाव दल मौके पर पहुंच गए। शुरू में इलाके की संकरी गलियों के कारण मलबा हटाने का काम हाथों से किया गया, लेकिन बाद में मशीनों का सहारा लेकर राहत कार्य तेज कर दिया गया है। वसई-विरार नगर निगम के असिस्टेंट कमिश्नर गिल्सन गोंसाल्वेस ने कहा कि बचाव कार्य लगातार चल रहा है और मलबे में फंसे और लोगों को निकालने के प्रयास जारी हैं।
पालघर कलेक्टर इंदु रानी जाखड़ ने भी बताया कि मलबे में और लोग फंसे होने की संभावनाएं हैं और बचाव दल पूरी तरह सक्रिय है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी ने कहा कि जिस चॉल पर इमारत का एक हिस्सा गिरा था, वह उस समय खाली थी; आसपास की अन्य चॉलों को भी खाली करवा कर लोगों को सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया है।
इमारत की पृष्ठभूमि और कानूनी कार्रवाई
रमाबाई अपार्टमेंट 2012 में बनायी गई थी। वसई-विरार नगर निगम ने पहले ही इस इमारत को बेहद खतरनाक घोषित कर रखा था और नगर निगम का कहना है कि इस इमारत के निर्माण के लिए अनुमति नहीं ली गई थी — यानी इमारत गैरकानूनी पाई गयी। इसके बावजूद लोग वहां रह रहे थे। हादसे के बाद नगर निगम की शिकायत पर पुलिस ने इमारत के बिल्डर को हिरासत में लिया है और मामले की न्यायिक तथा प्रशासनिक जांच शुरू कर दी गई है।
स्थानीय हालात और आगे की योजना
बचाव दल फिलहाल मलबा हटाकर लोगों को निकालने पर ध्यान दे रहा है; अनुकूल परिस्थिति बनते ही और अधिक उपकरण व विशेषज्ञ टीमों को तैनात करने की संभावना है। प्रशासन ने आसपास के इलाकों में रहने वालों से आग्रह किया है कि वे निर्देशों का पालन कर सुरक्षित स्थानों पर रहें और बचाव कार्य में बाधा न डालें।
यह हादसा प्लानिंग, निर्माण नियमों और निष्क्रिय निगरानी की गंभीर चुनौतियों को फिर से उजागर करता है। घटनास्थल पर मिले प्रारंभिक आंकड़ों के आधार पर जिम्मेदारों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की संभावना है और अधिकारियों ने प्रभावित परिवारों को सहायता देने का आश्वासन दिया है।