
गाजीपुर: बिरनो थाना क्षेत्र के पलिया गांव निवासी दयाराम यादव (48) का ड्यूटी के दौरान उत्तराखंड पुलिस में निधन हो गया। हृदय गति रुकने से उनका देहांत हो गया, जिसके बाद उनके पार्थिव शरीर को गांव लाया गया। जैसे ही यह खबर गांव में पहुंची, पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
होली की ड्यूटी के बाद हुई मौत
दयाराम यादव 1995 बैच के सिपाही थे और वर्तमान में कोतवाली नगर देहरादून, लक्खीबाग पुलिस चौकी में तैनात थे। होलीका दहन ड्यूटी पूरी करने के बाद जब वे रात में सोने गए, तभी उनकी हृदय गति रुकने से मृत्यु हो गई। इस खबर से परिवार पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। उनकी पत्नी किरण यादव और पुत्र अंकुर व अतुल यादव का रो-रोकर बुरा हाल हो गया।

“वंदे मातरम” नारों के बीच पहुंचा पार्थिव शरीर
पोस्टमार्टम के बाद उनका पार्थिव शरीर पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के रास्ते गांव लाया गया। रास्ते में दीदोहर, रसूलाबाद, सिहोरता, कहोतरी और फतेहपुर में लोगों ने “वंदे मातरम” के नारे लगाकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम विदाई
गांव पहुंचने पर उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर देकर अंतिम सलामी दी। इसके बाद गाजीपुर मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया गया, जहां बड़े पुत्र अंकुर यादव ने मुखाग्नि दी।
शोक में डूबा क्षेत्र, लोगों ने दी श्रद्धांजलि
इस मौके पर रसूलाबाद के ग्राम प्रधान रवींद्र यादव, अशोक यादव, दिनेश यादव, धीरेन्द्र यादव, गोपाल यादव, अभयकांत यादव, नीतीश यादव, पिंटू यादव, हरिकेश यादव, सोनू यादव, पारस यादव, गुड्डू यादव समेत बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे।
दयाराम यादव की अचानक हुई मृत्यु से पूरे क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई और लोग उनके परिवार के प्रति संवेदना प्रकट कर रहे हैं।
