नोएडा। केंद्रीय उपभोक्ता मामले, खाद्य एवं सार्वजनिक वितरण तथा सामाजिक न्याय और अधिकारिता राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने मंगलवार को नोएडा सेक्टर-70 स्थित फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन का दौरा किया। इस दौरान उन्होंने दिव्यांग बच्चों से सीधे संवाद कर उनके उत्साह और प्रतिभा को करीब से महसूस किया।
बच्चों संग बिताया समय, भावनाओं से जुड़ा पल
मंत्री ने बच्चों खुशी, आराध्या, शौर्य, ग्रंथ, आर्या, विदांश, नैतिक, सारांश आदि से बातचीत की। बच्चों के आत्मविश्वास और उत्साह ने वातावरण को ऊर्जा और सकारात्मकता से भर दिया। मंत्री ने कहा कि इन बच्चों के चेहरे पर मुस्कान और उनकी प्रतिभा देखकर यह स्पष्ट है कि प्रधानमंत्री द्वारा दिया गया शब्द “दिव्यांग” अब सच में सार्थक होता दिखाई दे रहा है।
फाउंडेशन की सेवाओं की सराहना
बी.एल. वर्मा ने फाउंडेशन के निदेशक डॉ. महीपाल सिंह और डॉ. दीक्षा श्रीवास्तव के साथ केंद्र का भ्रमण किया और विशेष शिक्षा एवं पुनर्वास सेवाओं की जानकारी ली। इस अवसर पर मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. सुष्मिता भाटी, प्रशासन प्रमुख कृष्णा यादव तथा विशेष शिक्षिका इलिका रावत ने उनका स्वागत किया।
फाउंडेशन द्वारा बच्चों की शिक्षा, पुनर्वास और सामाजिक समावेश के लिए किए जा रहे प्रयासों को मंत्री ने विशेष रूप से सराहा और कहा कि ऐसे संस्थान न केवल दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन को आकार देते हैं बल्कि समाज में सकारात्मक बदलाव की नींव भी रखते हैं।
@Firstonerehab #NOIDA में केंद्रीय राज्य मंत्री बी.एल. वर्मा ने सेक्टर-70 स्थित फर्स्टवन रिहैब फाउंडेशन का दौरा किया।
दिव्यांग बच्चों से मिले, उनकी पत्रिका व गतिविधियाँ देख सराहा@BlvarmaBJP
मंत्री बोले PM का “दिव्यांग”शब्द साकार होता दिख रहा है@narendramodi #Noida #Divyang pic.twitter.com/j3kAthPNDF
— PARDAPHAAS NEWS (@pardaphaas) August 19, 2025
बच्चों की पत्रिका ने जीता दिल
भ्रमण के दौरान बच्चों द्वारा बनाई गई इन-हाउस पत्रिका और न्यूज़लेटर मंत्री को भेंट किए गए। डिजिटल एवं सोशल मीडिया मैनेजर सौम्या सोनी ने मंत्री को पत्रिका और पुष्प भेंटकर उनका स्वागत किया। पत्रिका में बच्चों की सोच और रचनात्मकता देखकर बी.एल. वर्मा ने गहरी खुशी और संतोष व्यक्त किया।
मंत्री का संदेश
मंत्री ने बच्चों को प्रेरित करते हुए कहा—
“आज इन मासूम चेहरों से मिलकर और उनकी रचनात्मकता देखकर मुझे अत्यंत प्रसन्नता हुई। यह बच्चे हमारे समाज की असली शक्ति हैं। हमें इन्हें अवसर और मंच देकर इनके सपनों को पूरा करने में मदद करनी चाहिए।”