वडोदरा (गुजरात) — गणेशोत्सव के दौरान वडोदरा में एक ऐसी घटना हुई जिसने पूरे शहर में तनाव और आक्रोश का माहौल पैदा कर दिया। यहां कुछ युवकों ने भगवान गणेश की प्रतिमा पर अंडे फेंक दिए। इस असामाजिक हरकत से भक्तों और गणेश मंडलों में गहरा रोष फैल गया। हालांकि, पुलिस की त्वरित कार्रवाई ने हालात बिगड़ने से पहले ही काबू पा लिया।
घटना कैसे हुई
यह मामला मंजलपुर गणेश मंडल की प्रतिमा स्थापना के समय 25 अगस्त की देर रात लगभग ढाई बजे सामने आया। पानीगेट इलाके के पास मादार मार्केट की छत से अज्ञात युवकों ने गणेश प्रतिमा पर अंडे फेंक दिए। घटना के बाद मौके पर अफरातफरी मच गई और माहौल तनावपूर्ण हो गया।
पुलिस की त्वरित कार्रवाई
सूचना मिलते ही पुलिस ने जांच शुरू की। सीसीटीवी फुटेज और मुखबिरों की मदद से कुछ ही घंटों में पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़ लिया, जिनमें एक नाबालिग भी शामिल है। गिरफ्तार आरोपियों की पहचान सूफियान मंसूरी और शाह नवाज उर्फ बदबाद कुरैशी के रूप में हुई।
सार्वजनिक माफी और माहौल शांत
पुलिस ने आरोपियों को उनके इलाके में रस्सियों से बांधकर जुलूस में ले जाया। इस दौरान दोनों ने घुटनों के बल बैठकर और हाथ जोड़कर सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। लोगों के सामने हुई इस कार्रवाई से माहौल धीरे-धीरे शांत हुआ और स्थिति काबू में आई।
कितने लोग थे शामिल?
स्थानीय लोगों का कहना है कि इस घटना में कुल 7-8 नाबालिग और 2-3 वयस्क शामिल थे। पुलिस ने सभी के खिलाफ धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने और धर्म का अपमान करने के मामले में एफआईआर दर्ज कर ली है।
पुलिस का सख्त संदेश
धौलपुर पुलिस ने साफ कहा कि इस तरह की गतिविधियों को किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
वडोदरा की परंपरा पर धक्का
गौरतलब है कि वडोदरा में गणेशोत्सव हमेशा शांतिपूर्ण और साम्प्रदायिक सौहार्द के माहौल में मनाया जाता रहा है। यहां तक कि विसर्जन जुलूसों के दौरान भी हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल देखने को मिलती रही है। ऐसे में यह घटना लोगों के लिए चौंकाने वाली रही, लेकिन पुलिस की तत्परता से माहौल बिगड़ने से पहले ही नियंत्रण में आ गया।














