गाजीपुर – वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय ने गाजीपुर स्थित पीजी कॉलेज के बी.एससी. चतुर्थ सेमेस्टर के परीक्षा परिणामों में सामने आई अनियमितताओं पर त्वरित संज्ञान लेते हुए आवश्यक कदम उठाए हैं। कई छात्रों के परिणामों में उन्हें ‘अनुपस्थित’ और ‘अनुत्तीर्ण’ दिखाया गया, जिससे छात्रों में गहरा आक्रोश उत्पन्न हो गया।छात्रसंघ प्रतिनिधिमंडल ने जिलाधिकारी के माध्यम से कुलपति को ज्ञापन सौंपा, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया कि कई छात्रों ने परीक्षा दी थी, फिर भी परिणाम में उन्हें अनुपस्थित दिखाया गया है। इस पर विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉ. विनोद कुमार सिंह ने तत्काल पीजी कॉलेज के प्राचार्य को नोटिस जारी कर आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराने का निर्देश दिया है।छात्रसंघ प्रतिनिधिमंडल की परीक्षा नियंत्रक से हुई बैठक में पूर्व छात्रसंघ उपाध्यक्ष दीपक उपाध्याय और पूर्व महामंत्री सुधांशु तिवारी ने प्रमुख भूमिका निभाई। बैठक के दौरान उपाध्याय ने कहा, “छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए हमने मांग की है कि जिन छात्रों को गलत तरीके से फेल या अनुपस्थित दिखाया गया है, उनके परिणामों को शीघ्र ठीक किया जाए और कॉपियों का पुनः मूल्यांकन कराया जाए। साथ ही, छात्रों को विश्वविद्यालय के चक्कर न काटने पड़ें, इसके लिए कॉलेज को निर्देशित किया जाए कि वह स्वयं विश्वविद्यालय से संपर्क करके समस्याओं का निपटारा करे।”परीक्षा नियंत्रक ने इस मांग पर त्वरित प्रतिक्रिया देते हुए नोटिस में निर्देश दिया है कि कॉलेज उन छात्रों की सूची (P6, P7 फॉर्म सहित) एक सप्ताह के भीतर विश्वविद्यालय को भेजे, जिनका परिणाम गलत तरीके से ‘अनुपस्थित’ दर्शाया गया है। साथ ही, जिन छात्रों को अपने परिणाम पर संदेह है, वे 100 रुपये प्रति प्रश्नपत्र की दर से स्क्रूटनी के लिए आवेदन कर सकते हैं।विश्वविद्यालय ने यह भी निर्देश दिया है कि कॉलेज छात्रों की समस्याओं को एक विशेष वाहक के माध्यम से विश्वविद्यालय तक पहुंचाए, जिससे त्वरित समाधान संभव हो सके। इस पहल से हजारों छात्रों को न्याय की उम्मीद जगी है और यह स्पष्ट संदेश गया है कि विश्वविद्यालय छात्रहितों की रक्षा के लिए तत्पर है।