
नई दिल्ली: शिवसेना (उद्धव गुट) के सांसद संजय राउत के हालिया दावे ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। राउत ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हाल ही में नागपुर स्थित राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के मुख्यालय में रिटायरमेंट का आवेदन देने गए थे। उनके इस बयान ने चुनावी माहौल में एक नया मोड़ ला दिया है और राजनीतिक विश्लेषकों के बीच चर्चा शुरू हो गई है।
क्या कहा संजय राउत ने?
संजय राउत ने अपने बयान में कहा, “मोदी जी नागपुर संघ मुख्यालय गए थे और वहां उन्होंने रिटायरमेंट को लेकर बातचीत की। ऐसा बताया जा रहा है कि उन्होंने वहां रिटायरमेंट का आवेदन भी लिखा। यह संकेत देता है कि 2024 के बाद देश में नया नेतृत्व आ सकता है।”
राउत के इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। क्या प्रधानमंत्री वास्तव में सक्रिय राजनीति से संन्यास लेने की तैयारी कर रहे हैं, या यह सिर्फ विपक्ष की एक रणनीतिक चाल है?
बीजेपी और संघ की प्रतिक्रिया
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने संजय राउत के दावे को खारिज करते हुए इसे “गुमराह करने वाली अफवाह” बताया। बीजेपी के प्रवक्ता ने कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश आगे बढ़ रहा है। विपक्ष इस तरह की अफवाहें फैलाकर जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।”
वहीं, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की ओर से इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। संघ के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर कहा कि यह दावा निराधार है और मोदी अभी भी संगठन और देश के लिए पूरी तरह समर्पित हैं।
चुनावी राजनीति और इसके प्रभाव
विश्लेषकों का मानना है कि यह बयान चुनावी रणनीति का हिस्सा हो सकता है। देश में आम चुनाव नजदीक हैं, और विपक्ष बीजेपी और मोदी की लोकप्रियता को चुनौती देने के लिए हर संभव दांव खेल रहा है।
अगर वास्तव में प्रधानमंत्री मोदी रिटायरमेंट का मन बना रहे हैं, तो यह भारतीय राजनीति में एक बड़ा बदलाव होगा। हालांकि, फिलहाल यह महज एक दावा है, और इसकी सच्चाई पर सवाल बने हुए हैं। आने वाले दिनों में इस मुद्दे पर और प्रतिक्रियाएं सामने आ सकती हैं।
(यह समाचार ताज़ा राजनीतिक घटनाक्रम पर आधारित है। आधिकारिक पुष्टि का इंतजार किया जा रहा है।)

VIKAS TRIPATHI
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