
झारखंड की राजधानी रांची में सीबीआई ने एक घूसखोर इंजीनियर के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए करोड़ों की अवैध संपत्ति का खुलासा किया है। मामला रांची डिफेंस सर्विस के गैरिसन इंजीनियर साहिल रतुसरिया का है, जिसे 40,500 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया था। गिरफ्तारी के अगले ही दिन, गुरुवार को सीबीआई ने उनके नामकुम स्थित आवास पर छापेमारी की।
छापेमारी में बरामदगी का ब्योरा
तलाशी के दौरान सीबीआई को घर से:
• 80 लाख रुपये नकद
• 50 लाख रुपये मूल्य के जेवरात
• शेयर बाजार में 2 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश के कागजात
मिले हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
एक ठेकेदार ने सीबीआई को शिकायत दी थी कि इंडियन डिफेंस सर्विस ऑफ इंजीनियरिंग में सिविल वर्क का ठेका पूरा करने के बाद उसने 27 लाख रुपये का बिल जमा किया। भुगतान के बदले उससे 2% कमीशन यानी 54 हजार रुपये की मांग की जा रही थी। शिकायत की जांच के बाद सीबीआई ने जाल बिछाया और साहिल रतुसरिया को 40,500 रुपये की घूस लेते रंगे हाथ पकड़ लिया।
घूस का खेल: अधिकारियों में बंटती थी रकम
गिरफ्तारी के बाद साहिल रतुसरिया ने सीबीआई को बताया कि ठेकेदारों से लिए गए कमीशन को विभिन्न अधिकारियों में बांटा जाता है। पेमेंट क्लियर करने के लिए 2% कमीशन लेना विभाग में एक आम प्रथा बन चुकी थी।
विस्तृत जांच शुरू
सीबीआई अब इस मामले में साहिल रतुसरिया के अलावा अन्य अधिकारियों की भूमिका की जांच कर रही है। माना जा रहा है कि इस जांच में कई बड़े अधिकारियों की कमीशनखोरी और भ्रष्टाचार में संलिप्तता सामने आ सकती है।
कानूनी कार्रवाई की तैयारी
गिरफ्तार इंजीनियर के खिलाफ भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर लिया गया है। सीबीआई आगे की जांच में साहिल रतुसरिया के बैंक अकाउंट, संपत्तियों और अन्य निवेशों की भी पड़ताल करेगी।
यह मामला न केवल एक भ्रष्ट अधिकारी की करतूत को उजागर करता है, बल्कि सिस्टम में फैले भ्रष्टाचार की भयावह सच्चाई को भी सामने लाता है। CBI की यह कार्रवाई भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ा संदेश देने का प्रयास है।र

VIKAS TRIPATHI
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