
आज दिनांक 24 अप्रैल 2025 को ग्रेटर नोएडा के सेक्टर 36 में स्थानीय नागरिकों द्वारा एक संगठित और भावनात्मक आक्रोश यात्रा का आयोजन किया गया। यह यात्रा हाल ही में जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में निहत्थे हिन्दू तीर्थयात्रियों पर हुए आतंकी हमले में उनकी वीरगति को श्रद्धांजलि देने और आतंकियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की मांग को लेकर आयोजित की गई।
इस आयोजन में क्षेत्र के वरिष्ठ नागरिक, युवावर्ग, व्यापारी समुदाय, मंदिर समितियाँ, सामाजिक संगठन और मातृशक्ति ने भारी संख्या में भाग लिया। श्रद्धांजलि सभा में कैंडल मार्च आयोजित किया गया, जहां उपस्थित लोगों ने दो मिनट का मौन रखकर उन निर्दोष तीर्थयात्रियों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।
आक्रोश यात्रा के दौरान नागरिकों ने निम्न प्रमुख बिंदुओं पर केंद्र सरकार से कार्रवाई की मांग की—
1. पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों को तत्काल खोजकर उनका पूर्णतः खात्मा किया जाए।
2. भारत विरोधी गतिविधियों में लिप्त संगठनों को ‘आतंकी संगठन’ घोषित कर, उनकी सभी संपत्तियों को जब्त किया जाए।
3. पाकिस्तान को एक बार फिर अंतरराष्ट्रीय मंच पर बेनकाब किया जाए, जो निरंतर आतंकियों को पनाह और समर्थन देता रहा है।
4. हिन्दू तीर्थ स्थलों की सुरक्षा के लिए विशेष सुरक्षा व्यवस्था सुनिश्चित की जाए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
कार्यक्रम के दौरान मातृशक्ति ने विशेष भूमिका निभाई। कई महिलाओं ने आंसुओं से भरी आंखों से कहा—
“पहलगाम में मारे गए वो हमारे भाई, बेटे और पति जैसे थे। हमारी मांग है कि भारत सरकार आतंकवादियों पर इस बार ऐसा प्रहार करे कि भविष्य में कोई दुश्मन भारत की ओर आँख उठाकर देखने की भी हिम्मत न करे।”
सभा में मुख्य रूप से उपस्थित लोगों में शामिल रहे —
राजेंद्र त्रिपाठी (सामाजिक कार्यकर्ता), संध्या शर्मा (मातृशक्ति प्रतिनिधि), कर्नल (से.नि.) अशोक सिंह, युवा नेता राकेश गुप्ता, नीरा पाठक (रविवार महिला मंच), महेश वशिष्ठ (व्यापारी संघ अध्यक्ष), और दर्जनों RWA पदाधिकारी एवं गणमान्य नागरिक।
आयोजन का समापन राष्ट्रगान और भारत माता की जय के नारों के साथ हुआ। सभी उपस्थित नागरिकों ने यह संकल्प लिया कि —
“जब तक देश में आतंकवाद का अंत नहीं होता, तब तक हमारी आवाज़ थमती नहीं। हम अपने बलिदानियों की शहादत को व्यर्थ नहीं जाने देंगे।”