छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस के अवसर पर शनिवार (1 नवंबर) को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राजधानी रायपुर पहुंचे। उन्होंने नवा रायपुर अटल नगर स्थित श्री सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में आयोजित विशेष कार्यक्रम में हिस्सा लिया। इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने ‘दिल की बात’ कार्यक्रम के तहत जन्मजात हृदय रोगों से जूझ चुके और सफलतापूर्वक इलाज करा चुके बच्चों से मुलाकात की।
‘जीवन का उपहार’ कार्यक्रम में बच्चों से बातचीत
कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी ने ‘जीवन का उपहार’ पहल के अंतर्गत 2500 बच्चों से बातचीत की, जिनका हृदय रोग का निःशुल्क इलाज सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में किया गया था। बच्चों के बीच पीएम मोदी का आगमन उनके लिए खुशी और उत्साह का क्षण था। पीएम ने बच्चों से आत्मीयता से बात की, उन्हें गले लगाया, हाथ मिलाया और आशीर्वाद दिया।
During my Chhattisgarh visit, I met my young friends who have been successfully treated for congenital heart ailments. Their spirit is truly inspiring. pic.twitter.com/FKLdVMFdGU
— Narendra Modi (@narendramodi) November 1, 2025
पीएम मोदी ने साझा किया प्रेरक वीडियो
बाद में प्रधानमंत्री ने इस मुलाकात का एक वीडियो सोशल मीडिया पर साझा करते हुए लिखा —
“छत्तीसगढ़ यात्रा के दौरान मेरी मुलाक़ात उन युवा मित्रों से हुई जिनका जन्मजात हृदय रोग का सफल इलाज हुआ है। उनका हौसला और जीवन के प्रति जज्बा प्रेरणादायक है।”
बच्चों ने सुनाए अपने अनुभव
कार्यक्रम के दौरान कई बच्चों ने अपने जीवन की कहानियां साझा कीं। एक बच्ची ने बताया कि वह अब हॉकी चैम्पियन है और उसने पांच मेडल जीते हैं। उसने कहा कि स्कूल में जांच के दौरान पता चला कि उसके दिल में छेद है, लेकिन सत्य साईं संजीवनी अस्पताल में हुए इलाज के बाद अब वह पूरी तरह स्वस्थ है और फिर से मैदान में सक्रिय है।
जब पीएम मोदी ने पूछा कि वह बड़ी होकर क्या बनना चाहती है, तो बच्ची ने मुस्कराते हुए कहा – “मैं डॉक्टर बनना चाहती हूं ताकि सबका इलाज कर सकूं।” बच्ची ने बताया कि उसने कभी नहीं सोचा था कि एक दिन प्रधानमंत्री से मुलाकात होगी।
साईं बाबा के कार्यों का किया उल्लेख
प्रधानमंत्री ने बच्चों से बातचीत के दौरान सत्य साईं बाबा के जीवन और समाजसेवा के कार्यों के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि साईं बाबा ने 400 से अधिक गांवों में स्वच्छ पेयजल पहुंचाने का कार्य किया। इसी क्रम में पीएम मोदी ने बच्चों को जल संरक्षण का संदेश देते हुए कहा कि पानी बचाना हर नागरिक का कर्तव्य है।

‘एक पेड़ मां के नाम’ अभियान का संदेश
पीएम मोदी ने बच्चों से पेड़ लगाने की भी अपील की। उन्होंने कहा,“हर व्यक्ति को अपनी मां के नाम से एक पेड़ जरूर लगाना चाहिए। यह धरती मां और अपनी मां दोनों के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करने का सुंदर तरीका है।”
प्रधानमंत्री ने बच्चों को स्वस्थ, खुश और जिम्मेदार नागरिक बनने का आशीर्वाद दिया।
‘शांति शिखर’ का उद्घाटन
इस कार्यक्रम के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने नवा रायपुर में ब्रह्माकुमारी संस्थान के ‘शांति शिखर’ का उद्घाटन किया। यह केंद्र आध्यात्मिक शिक्षा, ध्यान और शांति के प्रसार के लिए समर्पित है।
अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि “आज का दिन बहुत विशेष है। छत्तीसगढ़ अपनी स्थापना के 25 वर्ष पूरे कर रहा है। इसी तरह झारखंड और उत्तराखंड के भी 25 साल पूरे हुए हैं। मैं इन सभी राज्यों के निवासियों को स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं देता हूं।”
छत्तीसगढ़ स्थापना दिवस पर प्रधानमंत्री की यह यात्रा न केवल प्रदेश के लिए एक प्रेरणादायक क्षण बनी, बल्कि बच्चों के चेहरों पर भी नई उम्मीद और उत्साह की चमक लेकर आई।














