नई दिल्ली: केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा है कि पूर्ववर्ती सरकारों की आर्थिक नीतियों ने देश की अर्थव्यवस्था और उद्योग जगत को गहरे नुकसान पहुंचाया। उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस ने अपने कार्यकाल में फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) उन देशों के साथ किए, जिनके साथ भारतीय उद्योग की सीधी प्रतिस्पर्धा थी, जिससे देश का निर्यात घटा और आयात तेजी से बढ़ा।
गोयल ने कहा, “कांग्रेस ने बिना रणनीति और उद्योग जगत की ज़रूरतों को समझे हुए FTA किए। नतीजा यह हुआ कि भारत में विदेशी सामान की भरमार हो गई — खासकर लोहा, कपड़ा और मशीनरी जैसी चीजें — जबकि भारतीय उत्पादों के लिए विदेशी बाज़ार नहीं बन सका।”
जापान और कोरिया के साथ FTA का उदाहरण देकर कांग्रेस पर तंज
गोयल ने कहा कि जापान और दक्षिण कोरिया जैसे देशों के साथ कांग्रेस ने FTA किए, लेकिन भारतीय उद्योग को वहां न निर्यात का रास्ता मिला, न समर्थन। “इन देशों से स्टील, इलेक्ट्रॉनिक्स, टेक्सटाइल जैसे उत्पाद भारत में आए, लेकिन भारत से कुछ नहीं गया। कांग्रेस ने ऐसे समझौते किए जो केवल दूसरे देशों को फायदा देने वाले थे।”
उन्होंने कांग्रेस पर आरोप लगाया कि वह चीन के साथ फ्री ट्रेड एग्रीमेंट करने के लिए भी आतुर थी और यहां तक कहा कि कांग्रेस और चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के बीच कोई गुप्त समझौता भी हुआ था।
“कांग्रेस का उद्योग नीति पाप के समान” — गोयल
अपने बयान को और तीखा करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा, “कांग्रेस ने जो उद्योग नीति अपनाई वह किसी पाप से कम नहीं थी। अगर वो नीति जारी रहती, तो आज देश का उद्योग जगत पूरी तरह से विदेशी कंपनियों के आगे झुक गया होता। लोग रोजगार देने वाले नहीं, नौकरी ढूंढने वाले बन जाते।”
मोदी सरकार का फोकस: उद्योग की जरूरत और वैश्विक अवसरों का मेल
गोयल ने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में सरकार ने उद्योग जगत की बात को प्राथमिकता दी और हर निर्णय से पहले स्टेकहोल्डर्स के साथ 200 से अधिक बैठकें की गईं। “PM मोदी ने समय-समय पर मुझसे पूछा कि उद्योग जगत क्या सोच रहा है, उन्हें फायदा हो रहा है या नहीं।”
उन्होंने कहा कि भारत ने अब उन देशों के साथ FTA किए हैं, जहां स्पर्धा नहीं, बल्कि आपसी सहयोग (complementary economies) है। इससे दोनों देशों को फायदा होता है और भारतीय उत्पादों को भी बाज़ार मिलता है।
भारत बन रहा वैश्विक व्यापार का केंद्र
गोयल ने भरोसा जताया कि आने वाले तीन वर्षों में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा। उन्होंने कहा, “आज पूरी दुनिया भारत के युवा शक्ति और कौशल को पहचान रही है। भारत के साथ समझौता करना अब दूसरे देशों के लिए भी फायदे का सौदा बन गया है।”
उन्होंने यह भी कहा कि भारत की पहचान अब “सस्ते श्रम” वाले देश के रूप में नहीं, बल्कि गुणवत्ता, नवाचार और उद्यमशीलता के केंद्र के रूप में हो रही है।
मुख्य बिंदु:
कांग्रेस ने प्रतिस्पर्धी देशों के साथ FTA कर भारतीय उद्योग को नुकसान पहुंचाया — गोयल
जापान और कोरिया के साथ हुए समझौते से भारत का निर्यात नहीं बढ़ा
चीन के साथ FTA की कोशिश और कथित गुप्त समझौते का भी आरोप
मोदी सरकार ने 200 से ज्यादा बैठकें कर उद्योग हित में FTA तय किए
आने वाले 3 वर्षों में भारत तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की राह पर
भारत का कौशल और युवा शक्ति आज वैश्विक आकर्षण का केंद्र