नोएडा/ग्रेटर नोएडा — श्रद्धा और भक्तिभाव से ओत-प्रोत माहौल बनाने के लिये आज नोएडा और ग्रेटर नोएडा में सातवाँ श्री श्याम गुणगान महोत्सव आयोजित किया जा रहा है। आयोजन स्थल ग्रेटर नोएडा के डीडीआईटी डॉट मैनकेट में तैयारियों का सभी आस्पेक्ट पूरा कर लिया गया है और महोत्सव शाम 5:15 बजे ज्योति प्रज्ज्वलन के साथ शुरू होगा।
आयोजन समिति के संयोजक विकास जैन ने बताया कि इस वर्ष महोत्सव में फ्यूचर सिस्टम प्राइवेट लिमिटेड का विशेष सहयोग है। उन्होंने कहा कि कार्यक्रम में भक्तों के लिये भक्ति-संगीत, झांकियाँ और धार्मिक कार्यक्रमों का समन्वय बखूबी किया गया है ताकि आयोजनों में कोई अव्यवस्था न हो और सभी श्रद्धालु गरिमापूर्ण रूप से भाग ले सकें।
प्रमुख आकर्षण
नवगीत भजन व प्रस्तुति: विश्वविख्यात भजन गायक कन्हैया मित्तल मुख्य अतिथि के रूप में भजन प्रस्तुत करेंगे। इसके साथ ही भारत के अन्य कलाकार भी भावपूर्ण प्रस्तुतियाँ देंगे।
निशान यात्रा: कार्यक्रम स्थल पर बाबा की निशान यात्रा निकाली जाएगी।
विशेष अतिथि: खाटू धाम के मुख्य पुजारी मेहेन्द्र सिंह चौहान विशेष रूप से उपस्थित रहेंगे।
संध्या आराधना एवं भजन: ज्योति प्रज्ज्वलन के पश्चात सांकेतिक आरती तथा भजन-संध्या का आयोजन।
महोत्सव की झलकियाँ (Highlights)
बाबा का छप्पन भोग प्रसाद।
आकर्षक झाँकियाँ और फूलों का श्रृंगार।
वृंदावन की झाँकी एवं रासलीला प्रस्तुतियाँ।
बैंगलुरू बैंड की विशेष सांस्कृतिक प्रस्तुति।
गणमान्य उपस्थितियाँ और व्यवस्थाएँ
महोत्सव में केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले, गौतम बुद्ध नगर के सांसद डॉ. महेश शर्मा, विधायक पंकज सिंह, विधायक तेजपाल सिंह नागर, एमएलसी श्रीकांत शर्मा, डॉ. पल्लवी शर्मा, भाजपा जिलाध्यक्ष अभिषेक शर्मा, महानगर अध्यक्ष महेश चौहान समेत शहर की कई प्रमुख हस्तियाँ शामिल रहेंगी।
आयोजकों ने श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सुरक्षा, यातायात, पार्किंग और चिकित्सा प्राथमिक सहायता के विशेष प्रबंध किए हैं। भीड़ नियंत्रण और सामुदायिक शांति बनाए रखने के लिये स्थानीय प्रशासन तथा पुलिस के साथ समन्वय स्थापित कर लिया गया है।
आयोजकों का संदेश
आयोजक समिति ने सभी श्रद्धालुओं से विनम्र अनुरोध किया है कि वे कार्यक्रम के दौरान अनुशासन रखें, वृहद संख्या में आने पर आयोजक निर्देशों का पालन करें और सफाई व सुरक्षा का विशेष ध्यान रखें। आयोजन समिति का कहना है कि यह महोत्सव न केवल भक्ति का अवसर है बल्कि धार्मिक-सांस्कृतिक एकता और शांति का भी प्रतीक बनेगा।