
MP Iqra Hasan Sambhal: उत्तर प्रदेश का संभल इन दिनों राजनीतिक बहस का केंद्र बन गया है। चंदौसी इलाके में बावड़ी की खुदाई और जामा मस्जिद के सामने पुलिस चौकी के निर्माण को लेकर सत्ताधारी और विपक्षी दल आमने-सामने हैं।
पुलिस चौकी निर्माण पर इकरा हसन का बयान
संभल में जामा मस्जिद के सामने खाली जमीन पर पुलिस चौकी निर्माण को लेकर समाजवादी पार्टी (सपा) की सांसद इकरा हसन ने यूपी सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि प्लेसेज ऑफ वर्शिप एक्ट 1991 के तहत धार्मिक स्थलों की स्थिति में कोई बदलाव नहीं किया जा सकता। उन्होंने सरकार पर कानून का उल्लंघन करने और विपक्ष के नेताओं को झूठे मामलों में फंसाने का आरोप लगाया।
इकरा हसन ने कहा- संविधान का पालन जरूरी
सांसद इकरा हसन ने कहा, “हम लोकतंत्र में हैं और संविधान के अनुसार चलना जरूरी है। 1947 में धार्मिक स्थलों की जो स्थिति थी, उसे बरकरार रखा जाना चाहिए। सरकार तानाशाही के रास्ते पर चल रही है और विपक्ष को दबाने की कोशिश कर रही है।”
सपा प्रतिनिधिमंडल ने दी आर्थिक मदद
इससे पहले, सपा के नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे के नेतृत्व में एक प्रतिनिधिमंडल ने संभल का दौरा किया। उन्होंने हिंसा में मारे गए लोगों के परिजनों से मुलाकात की और 5-5 लाख रुपए की आर्थिक मदद प्रदान की।
ओवैसी का हमला: “सरकार के पास स्कूल-अस्पताल के लिए पैसे नहीं”
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने भी योगी सरकार पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, “सरकार स्कूल और अस्पताल बनाने में रुचि नहीं लेती, बल्कि पुलिस चौकी और शराब के ठेके खोलने पर पैसा खर्च करती है। मुसलमानों के इलाकों में सरकारी सुविधाओं की कमी सबसे अधिक है।”
विपक्ष ने सरकार की नीयत पर उठाए सवाल
संभल में मस्जिद के सामने पुलिस चौकी बनाए जाने को लेकर सपा और एआईएमआईएम सहित कई विपक्षी दलों ने योगी सरकार पर मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाया है। यह मुद्दा यूपी की राजनीति में तनाव बढ़ा रहा है, जहां दोनों पक्ष अपनी-अपनी स्थिति मजबूत करने की कोशिश कर रहे हैं।