गाजीपुर: विश्व आर्द्रभूमि दिवस के अवसर पर सामाजिक वानिकी वन प्रभाग, रेंज मरदह द्वारा पुरैना ताल, सुलेमापुर में एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि क्षेत्रीय वन अधिकारी शंकर नाथ सिंह रहे। उन्होंने वेटलैंड्स (आर्द्रभूमि) के महत्व पर प्रकाश डालते हुए बताया कि ये जल संसाधनों को स्वच्छ रखने और जैव विविधता को बनाए रखने में अहम भूमिका निभाती हैं।
वेटलैंड का महत्व और संरक्षण की जरूरत

मुख्य अतिथि ने कहा कि वेटलैंड्स न केवल पानी को प्रदूषण मुक्त रखने का कार्य करती हैं, बल्कि कई प्रकार के जीव-जंतुओं और औषधीय पौधों के लिए भी उपयुक्त पर्यावरण प्रदान करती हैं। वन दरोगा आशीष राम ने बताया कि विश्व आर्द्रभूमि दिवस पहली बार 2 फरवरी 1997 को मनाया गया था और तब से हर साल यह दिवस वेटलैंड संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए मनाया जाता है।
छात्राओं ने दिखाया उत्साह
इस अवसर पर रामचंद्र मेमोरियल इंटर कॉलेज, सराय मुबारक के छात्र-छात्राओं ने स्लोगन, चित्रकला, रंगोली, निबंध एवं वाद-विवाद प्रतियोगिताओं में भाग लिया। इस दौरान वन विभाग के सुनील गौड़ ने बताया कि वेटलैंड्स उन स्थानों को कहा जाता है, जहां वर्षभर या अधिकांश समय पानी भरा रहता है, और ये पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखने में मदद करते हैं।

अतिथियों का स्वागत एवं धन्यवाद
कार्यक्रम में प्रधानाचार्य रमायन यादव, राघवेंद्र यादव, नंदलाल, आशीष, कैलाश, उपेंद्र कुमार तिवारी (वनरक्षक), जितेंद्र यादव (वनरक्षक), सुनील कुमार (वनरक्षक) सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित रहे। अंत में कार्यक्रम संयोजक आशीष कुमार (वन दरोगा) ने सभी आगंतुकों का आभार व्यक्त किया और वेटलैंड संरक्षण के प्रति जागरूकता बनाए रखने का आह्वान किया।
