
गाजीपुर : भारतीय सेना में 30 वर्षों तक सेवा देने और कारगिल युद्ध (1999) में सहभागिता करने वाले लेफ्टिनेंट मुन्ना सिंह यादव के सेवानिवृत्त होने पर गुरुवार को बिरनो क्षेत्र के उनके पैतृक गांव पीरथीपुर भड़सर में भव्य स्वागत किया गया।मुन्ना सिंह यादव के गांव लौटने पर मिर्जापुर टोल प्लाजा से ही सैकड़ों युवाओं ने उनका स्वागत किया। मोटरसाइकिल और चार पहिया वाहनों के साथ उनका काफिला निकाला गया। ढोल-नगाड़ों की धुन पर झूमते युवाओं ने “भारत माता की जय” के नारे लगाए।1999 के कारगिल युद्ध के दौरान जम्मू-कश्मीर के राजौरी में तैनात रहे मुन्ना सिंह यादव ने सेना के जवानों तक राशन और जरूरी सामान पहुंचाने की अहम जिम्मेदारी निभाई।
गांव में हुआ जोशीला स्वागत
गांव पहुंचते ही ग्रामीणों ने फूल-मालाओं से उनका स्वागत किया और ढोल-नगाड़ों के साथ जश्न मनाया। पूरा गांव “भारत माता की जय” और “वंदे मातरम” के नारों से गूंज उठा।भाजपा नेता कुंवर रमेश सिंह पप्पू ने कहा कि मुन्ना सिंह यादव का समर्पण युवाओं के लिए प्रेरणा है। उन्होंने बताया कि मुन्ना सिंह 15 वर्षों तक भड़सर की रामलीला में भगवान राम का किरदार निभाते रहे, जिससे वे समाज में आदर्श व्यक्तित्व बन गए हैं।

कार्यक्रम में कुंवर रमेश सिंह पप्पू, मुसाफिर यादव, जवाहर यादव, विनोद यादव, ग्राम प्रधान विनोद गुप्ता,देवेंद्र यादव मटरू, हरिशंकर यादव, विपिन चौरसिया, दीपक यादव, अरविंद पाल, बबलू यादव, नागेंद्र कुशवाहा समेत अन्य लोग उपस्थित रहे।