जम्मू-कश्मीर में राज्यसभा की चार सीटों के लिए हुए चुनाव में सत्तारूढ़ नेशनल कॉन्फ्रेंस (एनसी) ने तीन सीटें कब्जे में कर लीं, जबकि एक सीट बीजेपी के खाते में गई। बीजेपी के उम्मीदवार सत शर्मा ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के इमरान (इमरान नबी/इमरान डार) को हराकर चौथी सीट जीत ली — उन्हें मतगणना में 32 वोट हासिल हुए, जबकि इमरान को मात्र 22 वोट मिले।
चुनाव में कुल 86 विधायकों ने मतदान किया। निर्वाचन परिणाम बताते हैं कि इस बार की सबसे बड़ी खास बातें क्रॉस-वोटिंग और एक विवादास्पद डाक मतपत्र का शामिल होना रही। सूत्रों के अनुसार आम आदमी पार्टी के विधायक मेहराज मलिक, जो फिलहाल हिरासत में हैं, का डाक मतपत्र भी मतगणना में शामिल किया गया — यही एक कारण माना जा रहा है कि समीकरण में अप्रत्याशित असर दिखा और बीजेपी को जीत मिली।
वोटिंग की प्रक्रिया शाम 4 बजे समाप्त हुई और तुरंत उसके बाद मतगणना शुरू कर दी गई। नेशनल कॉन्फ्रेंस ने अपनी जीत की पुष्टि करते हुए कहा कि चौधरी मोहम्मद रमजान और सज्जाद किचलू को क्रमशः पहली और दूसरी सीटों पर विजेता घोषित किया गया है, जबकि जी.एस. ओबेरॉय (शम्मी ओबेरॉय के नाम से भी जाना जाता है) तीसरी सीट पर सफल रहे।
जम्मू और कश्मीर भाजपा (@BJP4JnK) के प्रदेश अध्यक्ष श्री सत शर्मा जी को राज्यसभा के चुनाव में निर्णायक सफलता प्राप्त करने पर हार्दिक बधाई ।
मुझे विश्वास है कि उनके माध्यम से #JammuAndKashmir की जनता की आवाज House of Elders में बुलंदी से सुनाई देगी ।@iamsatsharmaca pic.twitter.com/mH5iabJ3EZ
— Dr Jitendra Singh (@DrJitendraSingh) October 24, 2025
बीजेपी की जीत पर केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने सत शर्मा को बधाई दी। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर कहा कि जम्मू-कश्मीर बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सत शर्मा को राज्यसभा चुनाव में निर्णायक सफलता के लिए हार्दिक बधाई — उन्हें विश्वास है कि राज्य की जन-आवाज़ संसद के उच्च सदन में मजबूती से पहुँचेगी।
राज्यसभा चुनाव के इस नतीजे का राजनीतिक मतलब यह है कि जम्मू-कश्मीर के भीतर दलगत संतुलन के साथ-साथ विधायकों के व्यक्तिगत रुझान और डाक मतपत्रों की भूमिका भी निर्णायक रही। आगामी दिनों में क्रॉस-वोटिंग के कारणों और मेल-बैलट के शामिल किए जाने को लेकर सियासी बहस तेज हो सकती है।














