जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को लगातार भारी बारिश और बादल फटने से तबाही का मंजर सामने आया। इस आपदा में अब तक 32 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि कई लोग अब भी लापता बताए जा रहे हैं। दर्जनों लोग घायल हैं और राहत-बचाव टीमें लगातार मलबे से लोगों को निकालने में जुटी हुई हैं।
इस दर्दनाक हादसे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई वरिष्ठ नेताओं ने गहरा शोक व्यक्त किया है। वहीं मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने प्रभावित इलाकों का दौरा कर हालात का जायजा लिया और बचाव दलों को राहत कार्य तेज करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा,
“मौसम की जानकारी होने के बावजूद जरूरी कदम समय पर नहीं उठाए गए। इस पर बाद में बात करेंगे, लेकिन इस समय हमारी प्राथमिकता केवल लोगों की जान बचाना और उन्हें सुरक्षित स्थानों तक पहुंचाना है।”
#WATCH | On the flood and cloudburst situation in J&K, CM Omar Abdullah says, “… I spoke with Prime Minister Narendra Modi right now and provided him the details about the situation. He ensured that all possible help would be provided by the Central government… There is some… pic.twitter.com/8n6a6JGhJA
— ANI (@ANI) August 27, 2025
पीएम से हुई बातचीत
सीएम उमर अब्दुल्ला ने मीडिया को बताया कि उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से स्थिति की पूरी जानकारी साझा की है। पीएम ने केंद्र सरकार की ओर से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया। अब्दुल्ला ने कहा कि बारिश लगभग थमने से कुछ राहत मिली है और निचले इलाकों में पानी घटने लगा है। हालांकि, उन्होंने चेताया कि प्रभावित पुल का वही हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ है जो 2014 की बाढ़ में भी टूट गया था। “यह साफ संकेत है कि इस क्षेत्र में स्थायी समाधान की जरूरत है,” उन्होंने कहा।
कटरा में सबसे बड़ा नुकसान
सबसे ज्यादा नुकसान कटरा के वैष्णो देवी धाम ट्रैक पर हुआ है, जहां लैंडस्लाइड में लगभग 29–30 श्रद्धालुओं की जान चली गई। सीएम ने सवाल उठाते हुए कहा,
“अगर मौसम की चेतावनी पहले से थी, तो उन निर्दोष लोगों को ट्रैक पर क्यों जाने दिया गया? उन्हें सुरक्षित स्थान पर क्यों नहीं पहुँचाया गया?”
#WATCH | On the landslide in Katra, J&K CM Omar Abdullah says, “If we already knew about the weather, couldn’t we do something to ensure that those innocent lives were saved. Why were they on the track? Why weren’t they taken to a safe place? We are sad that around 29-30 people… pic.twitter.com/kFRhriSu2E
— ANI (@ANI) August 27, 2025
प्रभावित जिले और पुनर्वास की योजना
अब्दुल्ला ने बताया कि सांबा, कठुआ, जम्मू, उधमपुर और डोडा जैसे निचले इलाकों में भारी तबाही हुई है। उन्होंने स्पष्ट कहा कि नदियों के किनारे अवैध रूप से रह रहे परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट करना होगा ताकि भविष्य में ऐसी त्रासदी को टाला जा सके।
यात्रा स्थगित, बचाव जारी
वैष्णो देवी यात्रा को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है। प्रशासन का कहना है कि कई लोग अब भी लापता हैं और उन्हें खोजने का अभियान जारी है। सेना, एनडीआरएफ और स्थानीय टीमें राहत एवं बचाव कार्य में लगी हुई हैं।