
दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने कहा कि वोटों की गिनती से पहले फर्जी एग्जिट पोल कराने की क्या जल्दी थी? यह समझने की जरूरत है। मुझे भी समझ नहीं आया था। कई लोगों के मन में भी बहुत सारे सवाल उठ रहे हैं। एक थ्योरी यह है कि इन्होंने मशीनों का घोटाला कर दिया। शेयर मार्केट को लेकर भी एक थ्योरी चल रही है।
नई दिल्ली। दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल आज तिहाड़ जेल में सरेंडर करने पहुंचे हैं। इससे पहले उन्होंने पार्टी दफ्तर में कार्यकर्ताओं को संबोधित किया। उन्होंने इस दौरान कार्यकर्ताओं को ईवीएम का पूरा ‘खेल’ समझाया। उन्होंने बताया कि अगर आपके उम्मीदवार हार भी रहे हों तो आपको वहां से उठकर नहीं जाना है, बल्कि आखिर तक डटे रहना है।
केजरीवाल ने कहा, “गिनती से पहले फर्जी एग्जिट पोल कराने की क्या जल्दी थी? यह समझने की जरूरत है। मुझे भी समझ नहीं आया था। कई लोगों के मन में भी बहुत सारे सवाल उठ रहे हैं। एक थ्योरी यह है कि इन्होंने मशीनों का घोटाला कर दिया।
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केजरीवाल ने कहा, “मैंने संदीप पाठक को भी बोला है और इंडिया गठबंधन के नेताओं को भी कहना चाहता हूं कि अपने-अपने काउंटिंग एजेंट को पूरी तरह से सतर्क रहने के लिए कहें। आखिर तक अगर हार भी रहे हैं, तब भी उठकर न आएं। कई बार एक या दो राउंड में हारने के बाद लोग उठकर चले जाते हैं। ऐसा नहीं करना चाहिए।”
उन्होंने कहा, “सबसे आखिर में ईवीएम मशीन की पर्चियां निकाली जाती हैं। उनमें से 5 प्रतिशत पर्चियां उठाई जाती हैं और उनकी मैचिंग वीवीपैट से कराई जाती है। वीवीपैट की स्लिप की मिलान ईवीएम से की जाती है। एक भी मशीन अगर मैच नहीं करे तो वहां चुनाव रद्द कर दिया जाता है। अगर आपने यह जांच लिया तो हम ईवीएम का घोटाला साबित कर सकते हैं। इसलिए अगर आपका उम्मीदवार हार भी रहा है तो आपको इसकी मैचिंग कराकर ही वापस आना है।”
शेयर मार्केट वाली थ्योरी भी चल रही: केजरीवाल
सीएम ने कहा कि एक दूसरी थ्योरी यह है कि इनके लोगों ने शेयर मार्केट में खूब पैसा लगा रखा है। उसे बचाना है। कल जब पैसा बना तो उसे बेचकर निकल जाएं। एक थ्योरी यह भी है कि भाजपा अधिकारियों पर दबाव बनाना चाहती है ताकि उनसे गलत काम करवा सके।
उन्होंने कहा, “एक थ्योरी यह भी चल रही है कि अगर एग्जिट पोल में ही कम सीटें आ गईं तो आरएसएस में इन दोनों (पीएम मोदी और अमित शाह) के खिलाफ बगावत हो जाएगी। 4 तारीख तक ये इंतजार भी नहीं कर सकते। इसलिए हमें चौकन्ना रहना है। ये लोग एग्जिट पोल के जरिए माइंड गेम खेल रहे हैं।”





 
                                    










