गाजीपुर। नंदगंज थाना क्षेत्र के नैसारा गांव निवासी विपिन कुमार यादव, जो पशु आहार का फुटकर व्यापार करते हैं, गुरुवार को एक साइबर ठगी का शिकार हो गए। खुद को उनका “जीजा” बताकर एक व्यक्ति ने उन्हें फोन किया और अस्पताल में भर्ती होने का बहाना बनाकर इलाज के लिए आर्थिक मदद मांगी।
दोपहर बाद आए इस कॉल में ठग ने रिश्तेदारी का हवाला देते हुए कहा, “ऐसे रिश्तेदारी चलेगी?” और फिर खुद को सिटी हॉस्पिटल में भर्ती बताया। उसने कहा कि उसे तत्काल 45 हजार रुपये की जरूरत है लेकिन उसकी ट्रांजैक्शन लिमिट पूरी हो चुकी है। उसने विपिन को यह यकीन दिलाया कि वह 45 हजार रुपये उनके खाते में भेज रहा है और उन्हें यह राशि फोनपे के माध्यम से अन्य खाते में भेजनी होगी।
ठग ने विपिन को भरोसे में लेने के लिए फर्जी मैसेज भी भेजे, जिससे विपिन को लगा कि पैसे वाकई उनके खाते में आ गए हैं। विश्वास में आकर विपिन ने दो-दो हजार रुपये की कई किस्तों में कुल आठ हजार रुपये भेज दिए। बाद में उन्होंने जब अपना खाता चेक किया तो यह भी पाया कि उनके खाते से अतिरिक्त चार हजार रुपये और निकल गए हैं।
जब विपिन ने उस मोबाइल नंबर पर दोबारा कॉल किया तो वह स्विच ऑफ मिला, जिससे उन्हें ठगी का अहसास हुआ। उन्होंने तत्काल साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 पर कॉल कर शिकायत दर्ज कराई। वहां से एक अतिरिक्त नंबर पर विस्तृत शिकायत करने को कहा गया। उन्होंने अपने बैंक को भी इस ठगी की सूचना दी।