गाजीपुर। विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस के अवसर पर मुख्य चिकित्साधिकारी डॉ. सुनील पांडेय एवं अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मनोज कुमार सिंह के निर्देशन में बुधवार को बाल सुधार गृह, गाजीपुर में मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस दौरान विशेषज्ञ टीम ने बच्चों को मानसिक बीमारी और इसके लक्षणों के बारे में विस्तृत जानकारी दी।कार्यक्रम में नशे की लत से होने वाले शारीरिक, मानसिक, सामाजिक व आर्थिक नुकसान पर विशेष चर्चा हुई। टीम ने बताया कि नशीली दवाओं का सेवन जीवन को बर्बादी की ओर ले जाता है, इसलिए इससे दूर रहना बेहद जरूरी है। नशा छोड़ने की इच्छा रखने वाले बच्चों को जिला अस्पताल में उपलब्ध काउंसलिंग सुविधा का लाभ लेने के लिए प्रेरित किया गया।साथ ही बच्चों को कौशल विकास, सकारात्मक सोच और नैतिक मूल्यों को अपनाने के लिए प्रोत्साहित किया गया। अधिकारियों ने मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी समस्या में तुरंत सहायता प्राप्त करने के लिए टेली मानस की टोल-फ्री हेल्पलाइन 14416 (24×7) की जानकारी दी।इसके अलावा जिला अस्पताल में संचालित ट्रामा सेंटर की सुविधाओं से भी अवगत कराया गया। आई.ई.सी. गतिविधियों के माध्यम से कार्यक्रम में उपस्थित सभी को मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूक किया गया।














