
गाज़ीपुर शिक्षा विभाग के बीएसए कार्यालय के सहायक लेखाकार पर सतर्कता अधिष्ठान टीम के कार्यवाही से मचा हड़कंप बताते चले कि शिकायतकर्ता श्री सुरेश सिंह चौहान पुत्र स्व० श्रीराम निवासी-खतीबपुर, पो० शादियाबाद, थाना शादियाबाद जनपद गाजीपुर द्वारा श्री अजमत अकरम, लेखाकार, कार्यालय वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा विभाग), गाजीपुर पुत्र श्री जमशेद अकरम मूल निवासी-म०नं0-20 सैयदवाड़ा, थाना कोतवाली जनपद गाजीपुर के विरूद्ध लिखित शिकायती पत्र पुलिस अधीक्षक, उ०प्र० सतर्कता अधिष्ठान, वाराणसी को दिया कि “मेरी पत्नी प्रा०वि० डिहवां लखमनपुर क्षेत्र मनिहारी में प्रधानाध्यापिका के पद पर नियुक्त थीं जिनकी मृत्यु हो गयी है। उनकी जगह पर मृतक आश्रित के रूप में मेरी नियुक्ति दि० 10.01.2024 को कम्पोजिट विद्यालय डिहवां लखमनपुर क्षेत्र मनिहारी जनपद गाजीपुर में परिचारक के पद पर हुई। किन्तु अभी तक मेरा वेतन निर्गत नहीं किया जा रहा है। मेरे वेतन का प्रकरण वित्त एवं लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा विभाग) के यहां लंबित है जिसको लेखाकार श्री अजमत अकरम देख रहे हैं। लेखाकार श्री अजमत अकरम मेरा वेतन निर्गत करने/कराने हेतु मुझसे रू0 12,000.00 (बारह हजार रू०) रिश्वत की मांग कर रहे हैं। कह रहे हैं कि जब तक रू0 12,000.00 नहीं दोगे तब तक तुम्हारा वेतन निर्गत नहीं होगा।”
शिकायतकर्ता द्वारा पुलिस अधीक्षक, उ०प्र० सतर्कता अधिष्ठान, वाराणसी से की गयी लिखित शिकायत की जांच में उपरोक्त तथ्य सही पाया गया। आज दिनांक 22.07.2024 को विजिलेन्स वाराणसी की ट्रैप टीम द्वारा लेखाकार श्री अजमत अकरम को शिकायतकर्ता से रू0 12,000.00 (बारह हजार रू०) का रिश्वत (उत्कोच) लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया। वित्त एंव लेखाधिकारी (बेसिक शिक्षा विभाग) में नियुक्त श्री अजमत, लेखाकार के विरूद्ध थाना उ०प्र० सतर्कता अधिष्ठान सेक्टर वाराणसी पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कराकर विधि कार्रवाई की जा रही है। वही इस घटनाक्रम के बाद कर्मचारी संघ के नेता दुर्गेश श्रीवास्तव सहित दर्जनों की संख्या में कर्मचारियों ने इस कार्रवाई का विरोध प्रकट किया।