नई दिल्ली — देश के पूर्व उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़, जिन्होंने 22 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए अपने पद से इस्तीफा दिया था, अब अपने आधिकारिक आवास को लेकर सुर्खियों में हैं। एक महीने तक सार्वजनिक जीवन से दूर रहने के बाद 30 अगस्त को उन्होंने पेंशन के लिए आवेदन किया और अब उनके रहने की व्यवस्था को लेकर नई जानकारी सामने आई है।
कहां रहेंगे धनखड़?
पूर्व उपराष्ट्रपति अगले हफ्ते सोमवार को छतरपुर स्थित 15 गदाईपुर फार्म हाउस में शिफ्ट होंगे। यह उनका अस्थायी निवास होगा। दरअसल, उन्होंने शहरी विकास मंत्रालय को नियमों के तहत पूर्व उपराष्ट्रपति को मिलने वाले सरकारी बंगले के लिए औपचारिक पत्र लिखा है।
सरकारी बंगला कब मिलेगा?
शहरी विकास मंत्रालय के तहत आने वाले डायरेक्टर ऑफ एस्टेट ने उनके लिए 34, एपीजे अब्दुल कलाम मार्ग पर टाइप-8 श्रेणी का बंगला खाली करा लिया है।
सीपीडब्ल्यूडी अधिकारियों के अनुसार, इस बंगले की मरम्मत और साज-सज्जा का काम चल रहा है, जिसे पूरा होने में लगभग तीन महीने का समय लगेगा। तब तक पूर्व उपराष्ट्रपति छतरपुर फार्म हाउस में ही रहेंगे।
क्या कहता है नियम?
भारत में पूर्व राष्ट्रपति, पूर्व उपराष्ट्रपति और पूर्व प्रधानमंत्री को पद छोड़ने के बाद दिल्ली में टाइप-8 श्रेणी का सरकारी बंगला उपलब्ध कराया जाता है। यदि वे चाहें तो इसके स्थान पर अपने पैतृक स्थान पर दो एकड़ भूमि का विकल्प भी चुन सकते हैं।
इस्तीफे की पृष्ठभूमि
जगदीप धनखड़ ने 22 जुलाई को स्वास्थ्य कारणों से उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दिया था। इस फैसले को लेकर कई अटकलें भी उठीं, लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने स्पष्ट किया कि धनखड़ ने वास्तव में स्वास्थ्य समस्याओं के चलते ही इस्तीफा दिया। अब 9 सितंबर को नए उपराष्ट्रपति का चुनाव होगा और देश को अपना अगला उपराष्ट्रपति मिलेगा।
जगदीप धनखड़ का छतरपुर में अस्थायी रूप से शिफ्ट होना और सरकारी बंगले की तैयारी का काम तेज़ होना इस बात का संकेत है कि उनके लिए आवासीय व्यवस्था नियमों के अनुरूप आगे बढ़ रही है। देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने के बाद अब उनका ध्यान व्यक्तिगत जीवन और स्वास्थ्य पर केंद्रित है।














