
Manmohan Singh Death: भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह का गुरुवार को 92 वर्ष की आयु में दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन पर पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई। एनसीपी (एसपी) के अध्यक्ष शरद पवार और उनकी बेटी, सांसद सुप्रिया सुले ने डॉ. सिंह को श्रद्धांजलि दी और उनके योगदान को याद किया।
शरद पवार ने बताया ‘वैश्विक स्तर का नेता’
शरद पवार, जो मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान 10 वर्षों तक कृषि मंत्री रहे, ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म “एक्स” पर डॉ. सिंह के साथ अपनी एक तस्वीर साझा की। उन्होंने लिखा,
“मनमोहन सिंह के निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। हमारे देश ने अपने सबसे महान अर्थशास्त्रियों में से एक, एक दूरदर्शी सुधारवादी और एक वैश्विक राजनेता को खो दिया है।”
पवार ने कहा, “उनका जाना एक असहनीय क्षति है। वे एक विनम्र, सहिष्णु और करुणामयी व्यक्ति थे। भारत के आर्थिक सुधारों के वास्तुकार के रूप में उनकी विरासत आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेगी। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
सुप्रिया सुले ने जताया गहरा दुख
बारामती से सांसद और शरद पवार की बेटी सुप्रिया सुले ने भी डॉ. सिंह को याद करते हुए कहा,
“पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन से बहुत दुःख हुआ। उनके दूरदर्शी नेतृत्व और अटूट निष्ठा ने भारत को संकट के समय में आगे बढ़ाया। उनकी बुद्धिमत्ता और विनम्रता ने हमारे राष्ट्र की प्रगति को नई दिशा दी। उनके योगदान को कभी नहीं भुलाया जा सकेगा। उनकी आत्मा को शांति मिले।”
एम्स का बयान
एम्स द्वारा जारी एक बुलेटिन में बताया गया कि मनमोहन सिंह को गुरुवार (26 दिसंबर) को तबीयत बिगड़ने के बाद अस्पताल लाया गया।
बुलेटिन में कहा गया:
“डॉ. सिंह को आयु संबंधी स्वास्थ्य समस्याओं के चलते घर पर उपचार मिल रहा था। अचानक बेहोश होने के बाद उन्हें रात 8:06 बजे एम्स लाया गया। तमाम प्रयासों के बावजूद, उन्हें होश में नहीं लाया जा सका और रात 9:51 बजे उन्हें मृत घोषित कर दिया गया।”
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर देश-विदेश के नेताओं ने शोक व्यक्त किया है। उनका जीवन और कार्यकाल भारत की अर्थव्यवस्था और राजनीति में किए गए अमूल्य योगदानों की कहानी कहता है।





 
                                    










