गाजीपुर: वाराणसी-गोरखपुर राष्ट्रीय राजमार्ग स्थित बिरनो टोल प्लाजा पर पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट का मामला सामने आया है। टोल कर्मियों द्वारा अवैध वसूली के विरोध पर पत्रकारों से बदसलूकी की गई और उन्हें धमकाया गया। इस घटना के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है।
घटना का विवरण
7 दिसंबर 2024 को उत्तर प्रदेश सरकार से मान्यता प्राप्त पत्रकार श्रीराम जायसवाल अपने साथी वेद नारायण मिश्रा और अन्य सहयोगियों के साथ वाराणसी जा रहे थे। जब वे बिरनो टोल प्लाजा पहुंचे, तो उनकी गाड़ी (यूपी 54 AU 5455) पर फास्टैग लगा होने के बावजूद टोल कर्मियों ने नगद पैसे की मांग की।
जब पत्रकारों ने यह बताया कि फास्टैग में पर्याप्त बैलेंस है और नगद भुगतान की आवश्यकता नहीं है, तो टोल कर्मियों ने उनके साथ दुर्व्यवहार और गाली-गलौज शुरू कर दी। देखते ही देखते 8-10 असामाजिक तत्व वहां आ गए और पत्रकारों को गाड़ी से बाहर खींचकर मारने-पीटने की धमकी देने लगे। इस दौरान करीब 20 मिनट तक टोल प्लाजा पर जाम लगा रहा।
अंततः फास्टैग से पैसे काटने के बाद पत्रकारों को जाने दिया गया, लेकिन टोल कर्मियों के तथाकथित सरगना “झब्बू बाबा” ने उन्हें धमकी देते हुए कहा, “वापस आओ तो घेरकर पीटेंगे।”
शिकायत और पुलिस कार्रवाई
घटना के बाद पत्रकारों ने तुरंत नेशनल हाईवे हेल्पलाइन नंबर 1033 पर शिकायत दर्ज कराई और पुलिस को ईमेल व रजिस्ट्री द्वारा सूचना दी। इस पर बिरनो थाना पुलिस ने मामला संज्ञान में लेते हुए 29 जनवरी 2025 को पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तार आरोपी:
- अजय यादव (निवासी मीठापुर, जंगीपुर)
- संजय मिश्रा उर्फ झब्बू बाबा (निवासी पीपनार, मरदह)
- पवन यादव (निवासी मीठापारा, जंगीपुर)
- वीरेंद्र यादव (निवासी मिर्जापुर, क्यामपुर)
- रविंद्र यादव (निवासी बिरनो)
पुलिस का बयान
बिरनो थाने के उप-निरीक्षक संजय यादव ने बताया कि पत्रकारों के साथ दुर्व्यवहार और मारपीट के मामले में गंभीर धाराओं के तहत कार्रवाई की जा रही है। आगे भी मामले की गहन जांच की जा रही है।