
श्रीनगर/नई दिल्ली – पहलगाम आतंकी हमले की जांच में बड़ा खुलासा हुआ है। सुरक्षा एजेंसियों को हमले से जुड़े डिजिटल फुटप्रिंट्स मिले हैं, जो पाकिस्तान समर्थित जिहादी नेटवर्क की ओर इशारा करते हैं। जांच में सामने आया है कि सोशल मीडिया और सिक्योर्ड ऐप ‘Signal’ पर ‘Resistance Time’ नामक एक संदिग्ध ग्रुप सक्रिय था, जिसमें पाकिस्तान के कट्टर जिहादी विचारधारा से जुड़े 146 सदस्य शामिल थे।
‘Signal’ ऐप पर सक्रिय था संदिग्ध जिहादी नेटवर्क
जांचकर्ताओं के अनुसार, इस ग्रुप में जैश-ए-मोहम्मद के संभावित हैंडलर भी मौजूद थे। 24 अप्रैल को, हमले के अगले दिन, ‘Jaish’ नामक एक सदस्य ने ग्रुप में लिखा – “I need gun”, और घाटी में हथियार डीलर की जानकारी मांगी। ग्रुप में OGW (Over Ground Workers) को कोडवर्ड में सतर्क रहने के निर्देश दिए गए। यह कोडवर्ड था: “ऐसे लोगों का ख्याल रखें।”
इस ग्रुप में पहलगाम आतंकी हमले का वीडियो भी साझा किया गया, साथ ही RSS को निशाना बनाने की भड़काऊ बातें भी की गईं।
डेढ़ साल पहले की गई थी घुसपैठ
सूत्रों के अनुसार, पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के पीछे दो पाकिस्तानी आतंकियों का हाथ होने का संदेह है, जो करीब 18 महीने पहले सांबा-कठुआ सेक्टर से घुसपैठ कर भारत में दाखिल हुए थे। माना जा रहा है कि ये आतंकी बाड़ काटकर घाटी में दाखिल हुए और तब से कई घटनाओं में शामिल रहे।
ऊपरी इलाकों में तलाशी अभियान जारी
सेना, राष्ट्रीय राइफल्स और अर्धसैनिक बल अनंतनाग के ऊपरी क्षेत्रों में तलाशी अभियान चला रहे हैं, जहां आतंकियों के छिपे होने की आशंका है। जम्मू-कश्मीर पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, सुराग़ पाने के लिए तकनीकी सबूतों के साथ-साथ स्थानीय आदिवासी समुदायों की मदद भी ली जा रही है।

VIKAS TRIPATHI
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