राजनीति – चुनाव आते ही राजनीति के महान योद्धाओं का दल बदल का कार्यक्रम प्रारंभ हो जाता है जिसका कहीं ना कहीं चौक चौराहों पर लोग चटकारे लेकर चर्चा भी करते हैं इसी क्रम में लोकसभा चुनाव के आखिरी चरण में पूर्वांचल की 13 सीटों पर मतदान से पहले समाजवादी पार्टी को एक और झटका लगा है. पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय के भारतीय जनता पार्टी में शामिल होने की खबरों के बीच अब दावा किया जा रहा है कि पूर्व विधायक राम इकबाल सिंह

भी बीजेपी का दामन थाम सकते हैं. 24 घंटे पहले ही राम इकबाल सिंह, सपा प्रमुख अखिलेश यादव के साथ नजर आए थे.इकबाल सिंह ने की थी ये पोस्टवहीं एक ओर पोस्ट में महाभारत के ही एक हिस्से का जिक्र करते हुए इकबाल सिंह ने लिखा था कि वक्त ही बलवान था कि विश्व का सबसे बड़ा धनुर्धर विराट नरेश के यहां, वृहनला बनकर रसोइया का कार्य करते थे, फिर महाभारत कौन रोक पाया? इकबाल सिंह ने बिना किसी नाम का जिक्र किए लिखा था कि – दोस्तो ,माफिया किसी भी जाति के रक्षक नही हो सकते, वे आवारा धन के लिए, और अपनी सुरक्षा के लिए ही राजनीति के शरण में है.सपा नेता ने एक और सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा कि- अपराधी ही राजनीति दलों और कुछ जातियों के आइडियल हो गए है , कहां लोकतंत्र बचा है, राजनीतिक दल उनके आगे घुटने टेक दिए है. आपको बता दें कि इससे पहले पूर्व कैबिनेट मंत्री नारद राय भी समाजवादी पार्टी को छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गए हैं. चुनाव से पहले इकबाल सिंह के ये तेवर सपा को नुकसान पहुंचा सकते हैं. बता दें कि 12 घण्टे पहले ही रामईकबाल सिंह वाराणसी स्थित एक होटल में गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात किया है जिसका फोटो उन्होने अपने फेसबुक एकाउंट पर भी शेयर किया है जिसके बाद यह स्पष्ट हो गया है।
