आंध्र प्रदेश के प्रकाशम जिले में एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहां एक गरीब परिवार को कर्ज की एक किस्त चुकाने में देरी करने पर प्राइवेट फाइनेंस कंपनी के रिकवरी एजेंटों ने मारपीट कर घर से बाहर निकाल दिया।
यह घटना सिंगरायकोंडा मंडल के बांगनपल्ली गांव के एसटी कॉलोनी में हुई, जहां पोटलुरी वेंकटराजा ने पारिवारिक जरूरत के लिए फाइव स्टार फाइनेंस कंपनी से ₹2.50 लाख का कर्ज लिया था और इसके लिए अपना घर गिरवी रखा था। परिवार ने अधिकांश किस्तें समय पर चुका दी थीं, लेकिन आर्थिक तंगी के चलते एक महीने की किस्त नहीं चुका पाए।
गुंडागर्दी पर उतरे रिकवरी एजेंट
वेंकटराजा ने बताया कि वह जल्द ही बकाया राशि जमा करने को तैयार थे, लेकिन रिकवरी एजेंटों ने एक नहीं सुनी। एजेंटों ने घर में घुसकर बुजुर्ग माता-पिता के साथ मारपीट की, उन्हें घर से बाहर निकाल दिया और दरवाजे पर ताला जड़कर चले गए।
बेघर होकर मदद की गुहार
वेंकटराजा के माता-पिता, पोटलुरी वेंकटेश्वरलू और वेंकयाम्मा, इस घटना से गहरे सदमे में हैं। उनका बेटा हैदराबाद में मजदूरी कर पैसे भेजता है, लेकिन एक किस्त में देरी होने पर रिकवरी एजेंटों ने घर पर कब्जा कर लिया। इस बुजुर्ग दंपति ने पुलिस में शिकायत दर्ज कर न्याय की गुहार लगाई है।
पुलिस ने बताया कि मामले की जांच शुरू कर दी गई है और दोषियों के खिलाफ उचित कार्रवाई की जाएगी ताकि पीड़ित परिवार को न्याय मिल सके।